गुरुवार को बिहार विधानसभा में कुछ अलग ही तस्वीर दिखाई दी. बिहार में महागठबंधन के टूटने के बाद गुरुवार को पहली बार लालू प्रसाद यादव और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का आमना सामना हुआ. इस दौरान लालू प्रसाद के समर्थक उनके पक्ष में जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे. लालू प्रसाद के साथ ही उनके बेटे और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी मौजूद थे. उनके समर्थक तेजस्वी यादव के लिए भी जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे. इन दोनों नेताओं के साथ उनके समर्थकों का काफिला नजर आ रहा था.
लेकिन इसी दौरान दूसरी तरफ से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सामने आते दिखाई दिये. उन्होंने लालू प्रसाद यादव को देखा, वहां थोड़ी देर रुके, उनसे हाल चाल पूछा. हाथ जोड़ कर अभिवादन किया और उनके कंधे पर थपकी देकर आगे बढ़ गये. दोनों ने कुछ बातें भी कीं.
मौका राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन पत्र भरने का था. लालू प्रसाद यादव अपनी पार्टी के दो उम्मीदवारों- मनोज झा और संजय यादव के राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन भरने के दौरान विधानसभा पहुंचे थे. इसी दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बाहर निकल रहे थे और संजोगवश दोनों का आमना सामना हो गया. नीतीश कुमार ने लालू यादव का मुस्कुरा कर और कंधा थपथपा कर स्वागत किया. इस दौरान दोनों कुछ देर तक बातचीत भी करते हुए दिखाई दिये.
बिहार में महागठबंधन टूटने के बाद हाल के दिनों में दोनों दलों के बीच काफी तल्खी देखने को मिली थी, लेकिन गुरुवार को राज्यसभा का नामांकन पत्र भरने के दौरान कुछ अलग ही तस्वीर देखने को मिली. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लालू प्रसाद यादव का मुस्करा कर स्वागत किया तो उनके बेटे तेजस्वी यादव ने इस दौरान नंद किशोर यादव का पैर छूकर प्रणाम किया. नवनिर्वाचित स्पीकर नंद किशोर यादव को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उनकी कुर्सी तक लेकर जा रहे थे. इसी दौरान तेजस्वी उनके सामने दिखे तो उन्होंने उनके पैर छुए.
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