- एमडीए/आइडीए के पूर्व तैयारियों पर जिला टीओटी का हुआ आयोजन
- फाइलेरिया रोगियों ने खुद एमएमडीपी किट का दिया डेमो
- जनप्रतिनिधि व अन्य विभागों से सहयोग लेने की अपील
मुजफ्फरपुर। दिसंबर में हुए नाइट ब्लड सर्वे के अनुसार जिले का माइक्रोफाइलेरिया रेट 2.7 है। एक प्रतिशत से अधिक माइक्रोफाइलेरिया रेट के होने के कारण इस बार पूरे जिले में एमडीए/आइडीए अभियान चलेगा। ये बातें मंगलवार को जिला ट्रेनिंग आफ ट्रेनर्स के प्रशिक्षण में जिला भीबीडीसी पदाधिकारी डॉ सतीश कुमार ने कही। प्रशिक्षण के दौरान डॉ सतीश ने मेडिकल आफिसर, बीएचएम, बीसीएम, भीबीडीएस और सहयोगी संस्थाओं को निर्देश दिया कि प्रखंड को ट्रेनिंग मेटेरियल पहले ही मेल के द्वारा भेजा जा चुका है। प्रखंड स्तर पर प्रशिक्षण प्रोजेक्टर/आडियो और वीडियो माध्यम से प्रदर्शित कर प्रशिक्षित करें। एक्शन प्लान को 24 घंटे तथा माइक्रोप्लान को 15 जनवरी तक हर प्रखंड देना सुनिश्चित करेंगे,ताकि आईसी मेटेरियल का उठाव समय पर हो पाए। इस वर्ष कराए गए नाइट ब्लड सर्वे में कटरा प्रखंड में सबसे ज्यादा माइक्रोफाइलेरिया रेट 9.33 रहा।
भीडीसीओ पुरुषोत्तम कुमार ने बताया कि प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी की देखरेख में स्वास्थ्य प्रबंधक, बीसीएम एवं अन्य संबंधित अपने अपने प्रखंडों का एमडीए/ आइडीए पर्यवेक्षण कार्य करेंगे।
प्रशिक्षण के दौरान डीएमसी पीसीआई के अमित कुमार ने प्रशिक्षण में शामिल प्रशिक्षुओं से सामाजिक जागरूकता पे चर्चा करते हुए जनप्रतिनिधि, स्कूल, जीविका समूह तथा समाज कल्याण विभाग एवं अन्य विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर जागरुक करने अपील की।
ट्रिपल ड्रग थेरेपी का रखा तकनीकी पक्ष:
प्रशिक्षण के दौरान डॉ माधुरी देवराजु ने जिले में होने वाले ट्रिपल ड्रग थेरेपी में शामिल दवा आइवर मेक्टिन, डीईसी और एल्बेंडाजोल की खुराक और डोज पोल के बारे में विस्तार से बताया। इसके अलावे डॉ माधुरी ने दवा खाने से इंकार करने वाले रिफ्यूजल को कैसे ब्रेक किया जाय के बारे में बताया। गर्भवती, दो वर्ष से कम उम्र के बच्चे और गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति को दवा नहीं देनी है।
फाइलेरिया रोगियों को दिया गया एमएमडीपी किट:
डॉ सतीश कुमार ने जगदंबा और भगवती पेशेंट सपोर्ट मेंबर के छह फाइलेरिया रोगियों को एमएमडीपी किट प्रदान किया। वहीं फाइलेरिया मरीज गणेश पंडित और सीफार की रूपम ने एमएमडीपी किट के इस्तेमाल की विधि बतायी। मौके पर जिला भीबीडीसी पदाधिकारी डॉ सतीश कुमार, भीडीसीओ पुरुषोत्तम कुमार,डब्ल्यूएचओ रीजनल कोओर्डिनेटर डॉ माधुरी देवराजु,पीसीआई डीसी अमित कुमार, पीरामल के प्रतिनिधि सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे।
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