हल्द्वानी। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी(माले) के हल्द्वानी में होने वाले माले के तीसरे राज्य सम्मेलन की तैयारियों के लिए भाकपा माले द्वारा हंसपुर, जौलासाल, कलेगा, रैला, तपसा नाला, पीपल पड़ाव, दीवार खत्ता, भूड़ा खत्ता, झुतियाल खत्ता में जन अभियान संचालित करते हुए जन संपर्क, परचा वितरण, बैठकें आयोजित की गई।
माले के वरिष्ठ नेता बहादुर सिंह जंगी ने बताया कि, “खत्तों में रहने वाले लोगों का जीवन कठिन से कठिनतर होता जा रहा है क्योंकि भाजपा की धामी सरकार ने वनों में पचासियों साल से रहने वाले लोगों खास तौर पर गुर्जरों पर चारा और फसल बोने पर रोक लगा दी है। वनों में रहने वाले गुर्जरों और खत्तावासियो को बुनियादी सुविधाएं देना तो दूर रहा उन पर लगातार मनमाने दबाव डाले जा रहे हैं।” उन्होंने मांग की कि जब तक वनों में रहने वाले लोगों का स्थाई पुनर्वास नहीं होता तब तक चारा फसल बोने में लगी रोक हटाई जाए। भाकपा (माले) जिला सचिव डा कैलाश पाण्डेय ने कहा कि, “पूरे देश की तरह भाजपा खत्तों में भी लोगों को धार्मिक आधार पर बांटने का काम कर रही है और इसी आधार पर यह तय किया जा रहा है कि कौन फसल बो सकता है और कौन नहीं। इस तरह की नीति बेहद खतरनाक है। यह बंद होना चाहिए और सभी को बराबरी के आधार पर चारा फसल बोने की इजाजत दी जानी चाहिए। खत्तों में हुई बैठकों में अगले साल की शुरुआत में 7-8 जनवरी 2024 को हल्द्वानी में होने वाले भाकपा (माले) के आगामी तीसरे राज्य सम्मेलन के लिए सघन अभियान चलाया गया।
हल्द्वानी : 7-8 जनवरी 2024 को हल्द्वानी में होने वाले माले के राज्य सम्मेलन की तैयारियों हेतु जन अभियान।
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