मोतिहारी : दुनिया मे मुख्य है पेट की भूख को मिटाना।कहावत है कि सारे कार्य, मेहनत मुख्य रूप से पेट के लिये हीं होता है।जीवन के दौड मे कोई अमीर तो कोई गरीब हो जाता है,लेकिन सभी मे भूख एक समान हीं होती है। कोई भूखे मरता है तो कोई खाते खाते मरता है ।
जरूरतमंदो के भूख को मिटाना दुनिया मे सबसे बडी सेवा है।उक्त बाते विनोद जालान ने कही।
अन्नपूर्णा रसोई सेवा की शुरुआत नगर मे 97 सप्ताह पूर्व देवराहा बाबा आश्रम औत सीता देवी ओंकारनाथ सेवा संस्थान ने शनिवार के दिन आरंभ किया। संस्था ने माना और अनुभव किया कि आर्थिक तंगी से जूझ रहे लोगों के पेट भरने की सेवा सबसे बडी सेवा है। और इस सेवा का नाम दिया मिशन अन्नपूर्णा रसोई!इस सेवा मे जरूरतमंद, टेंपो चालक, रिक्शा चालक, रोजमर्रा की मजदूरी करने वाले मजदूर, यात्रियों के बीच निशुल्क भोजन वितरण की सेवा दी जा रही है । ईस्ट चंपारण लायंस क्लब के अध्यक्ष सुजीत कुमार सिंह ने देवराहा बाबा गुरुकुल आश्रम सेवा परिषद और सीता देवी ओंकार नाथ जालान सेवा संस्थान द्वारा बापूधाम मोतिहारी रेलवे स्टेशन पर मिशन अन्नपूर्णा रसोई के 97 वां सप्ताहिक आयोजन का शुभारंभ करते हुए कहा कि यह सेवा लगातार चले इसे मेरा सहयोग मिलता रहेगा। !वहीं ईस्ट चंपारण लायंस क्लब के सचिव सुधीर गुप्ता ने कहा कि यह संसार मे अन्न की सहायता से ही इसकी रचनाओं का पालना हो रहा है। भोजन एक मात्र ऐसी सेवा है जिससे शरीर के साथ-साथ आत्मा भी तृप्ति होती है ।निस्वार्थ रूप से लगातार चल रही यह सेवा आज जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है, संस्था के सभी सदस्यों के प्रति नेक सेवा कार्य के लिए उन्होंने हृदय से आभार प्रकट किया! मौके पर देवराहा बाबा गुरुकुल आश्रम के अध्यक्ष विनय कुमार शर्मा ,अन्नपूर्णा रसोई के संचालक राम भजन ,, राजेंद्र जालान, विक्की कुमार ,रविंद्र कुमार ,गुड्डू कुमार आदि सेवा सहयोगी उपस्थित रहे!
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