अशोक वर्मा
मोतिहारी : ढाई अक्षर प्रेम पदयात्रा दल का आगमन चंपारण सत्याग्रह के ऐतिहासिक स्थल पट्टी जसौली में हुआ।
ज्ञात हो कि दल में शामिल लोग राज्य के अलग-अलग जिलों के साथ-साथ देश के कुछ अन्य भागों से भी आये हैं।सांस्कृतिक दल मे कलाकार , साहित्यकार और युवा इस यात्रा में भाग ले रहे हैं।
8 अक्टूबर को ढाई अक्षर प्रेम यात्रा में शामिल यात्री पट्टी जसौली पहुंचने के साथ ही स्थानीय लोगों की भागीदारी से गांव में करीब 7 किलोमीटर यात्रा कर लोगों को शाम को होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम में और संवाद में शामिल होने का न्योता दिया। इस दल को स्थानीय गांधीवादी विनय कुमार ग्रामीण मनकेश्वर पांडे ,हमीद राजा और अमर की अगुवाई में टीम के सदस्य गण शामिल हुए है। सदस्यों का स्वागत पिपरा कोठी मठ बनवारी और पट्टी जसौली में किया गया
9 अक्टूबर को ढाई अक्षर प्रेम पदयात्रा दल का शुभारंभ 9:30 बजे गांधी स्मारक पट्टी जसौली से हुआ। रास्ते में जगह-जगह लोगों से संवाद स्थापित किया गया। कलाकार अपनी प्रस्तुति के माध्यम से ढाई अक्षर प्रेम का संदेश बता रहे हैं।यात्री दल मठ बनवारी ,करण छपरा होकर बंगड़ी गांव होते हुए पिपरा कोठी झखरा मे रात्रि विश्राम करेगी। यात्रा दल मे शामिल अमर ने आग्रह किया कि कार्यक्रम को सफल बनाने में तन मन धन से सक्रिय योगदान दे तथा
यात्रा में शामिल होकर ढाई अक्षर प्रेम यात्रा दल का हिस्सा बने और राज्य के अलग-अलग कोनों से आए हुए यात्री दल के सदस्यों का मनोबल बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक टोली और साहित्यकारों की टोली के साथ संवाद स्थापित कर विचारो का आदानप्रदान करें।