- मुख्यमंत्री सुरक्षित सुशासित शहर योजना के तहत शामिल गया शहर में लगेंगे ट्रैफिक सिग्नल और सीसीटीवी कैमरे
- शहर की यातायात व्यवस्था को दुरुस्त और आधुनिक बनाने की दिशा में नगर आयुक्त ने की समीक्षा बैठक
गया। शहर की यातायात व्यवस्था को दुरुस्त और आधुनिक बनाने की दिशा में मुख्यमंत्री सुरक्षित सुशासित शहर योजना में शामिल गया शहर को अब नया रूप मिलेगा। इसी के तहत नगर निगम ने महत्वपूर्ण कदम उठाया है। बढ़ते ट्रैफिक दबाव, सड़क दुर्घटनाओं और निगरानी व्यवस्था में सुधार को ध्यान में रखते हुए शहर के विभिन्न प्रमुख स्थलों पर नई तकनीकी सुविधाएँ लगाई जाएँगी और शीघ्र कार्य शुरू भी होंगे। इस संबंध में नगर निगम कार्यालय में नगर आयुक्त कुमार अनुराग की अध्यक्षता में हुई समीक्षा बैठक में विस्तृत चर्चा के बाद कई अहम निर्णय लिए गए हैं।
इस बैठक में तय किया गया कि “मुख्यमंत्री सुरक्षित सुशासित शहर” योजना के तहत शहर के आठ प्रमुख चौराहों पर आधुनिक ट्रैफिक सिग्नल लाइटें लगाई जाएँगी। इन सिग्नल लाइटों के आने से यातायात प्रबंधन में काफी सुधार होने की उम्मीद है। वर्तमान में सिग्नल की कमी के कारण वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है, जिससे ट्रैफिक जाम और दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है। नई सिग्नल प्रणाली में टाइमिंग कंट्रोल, सेंसर बेस्ड ऑपरेशन और इमरजेंसी वाहन पहचान जैसे फीचर शामिल होंगे, जिससे स्मार्ट ट्रैफिक मैनेजमेंट सुनिश्चित किया जा सकेगा।
इसके साथ ही अपराध नियंत्रण और सार्वजनिक स्थानों की निगरानी को मजबूत करने के लिए शहर के 75 सार्वजनिक स्थानों पर हाई-रिज़ॉल्यूशन सीसीटीवी कैमरे लगाने का निर्णय हुआ है। इन कैमरों की मदद से न केवल भीड़भाड़ वाले इलाकों पर नजर रखी जा सकेगी, बल्कि किसी भी घटना पर त्वरित कार्रवाई संभव होगी। नगर आयुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि कैमरों की लोकेशन इस तरह तय की जाए, जिससे अधिकतम क्षेत्र कवर हो सके और निगरानी में कोई बाधा न आए। इस योजना में आईसीसीसी का निर्माण होना है। यह इस योजना का सबसे प्रमुख अंग है एवं इसके लिए लगभग 6500 एस्क्वायर फिट की भूमि की आवश्यकता थी। नगर निगम गयाजी के कार्यालय परिसर में इसके लिए जगह चिन्हित किया गया है। इस योजना के तहत गयाजी में जन सुरक्षा और ट्रैफिक कंट्रोल का प्रवधान किया गया है।
इस बैठक में मौजूद तकनीकी टीम और इंजीनियरों ने बताया कि ट्रैफिक सिग्नल और सीसीटीवी कैमरों की स्थापना का कार्य जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा।
इस योजना का क्रियान्वयन विभागीय स्तर से बेलट्रान के द्वारा कराया जा रहा है एवं एल टी कंपनी इस योजना के लिए चयनित की गई है।
नगर निगम ने लक्ष्य रखा है कि अगले कुछ हफ्तों में इसका प्रारंभिक चरण पूरा कर लिया जाए। अधिकारियों का कहना है कि यह परियोजना शहर को स्मार्ट सिटी मानकों के अनुरूप विकसित करने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है। कम्पनी के प्रोजेक्ट डायरेक्टर के द्वारा बताया गया कि कार्य अगले वर्ष मई महीने तक समाप्त करने का टारगेट है।
नगर आयुक्त कुमार अनुराग ने कहा कि ‘मुख्यमंत्री सुरक्षित सुशासित शहर’ योजना में शामिल गया शहर के आठ प्रमुख चौराहों पर आधुनिक ट्रैफिक सिग्नल लाइटें लगाई जाएँगी। जगहों का चयन ट्रैफिक पुलिस एवं एजेंसी के द्वारा सर्वे के माध्यम से चयनित किया गया है। इसके अलावा चिन्हित 75 सार्वजनिक स्थलों पर सीसीटीवी कैमरा अधिष्ठापन होना है। संबंधित एजेंसी और पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर रूपरेखा तैयार की गई है। इसके निर्माण से गयाजी शहर को एक नया रूप मिलेगा। सभी मानक पूरे करने के बाद शीघ्र ही लगाने कार्य शुरू हो जाएंगे।
गयाजी शहर की सुरक्षा और यातायात व्यवस्था सुधरना निगम की प्राथमिकता है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इन तकनीकी सुविधाओं के संचालन के लिए एक अलग कंट्रोल रूम बनाया जाएगा, जो 24 घंटे सक्रिय रहेगा। कंट्रोल रूम से न सिर्फ निगरानी होगी बल्कि जरूरत पड़ने पर पुलिस विभाग को तत्काल सूचना भी दी जाएगी।
इस निर्णय के बाद शहरवासियों में उम्मीद है कि गया की यातायात और सुरक्षा व्यवस्था पहले से अधिक सुदृढ़ होगी, और रोज़ाना होने वाली ट्रैफिक समस्याओं से बड़ी राहत मिलेगी।
*इन स्थानों पर लगेंगे ट्रैफिक सिग्नल लाइटें*
शहर की यातायात व्यवस्था को दुरुस्त और आधुनिक बनाने की दिशा में ट्रैफिक सिग्नल लाइट लगेंगे। इनमें शहर के राय काशीनाथ मोड़, कचहरी के सामने, डीएम गोलंबर के समीप, जीबी रोड छोटा मस्जिद के सामने, नादरागंज मस्जिद के सामने, मिर्ज़ा ग़ालिब कॉलेज मोड़, रेलवे हॉस्पिटल के पास, कोतवाली थाना मोड़ और स्टेशन के सामने सड़क पर चिन्हित स्थलों को शामिल किया गया है। वहीं इन सभी सार्वजनिक स्थलों के साथ-साथ 75 सार्वजनिक जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाएं जाएंगे।
नगर आयुक्त ने प्रोजेक्ट डायरेक्टर को निर्देश दिए कि परियोजना का स्कोप ओपन रखा जाए ताकि योजना के प्रारंभ के बाद समय के साथ अन्य स्थानों पर ट्रैफिक लाइट्स एवं कैमरा का अधिष्ठान किया जा सके एवं इसका विस्तार नगर निगम द्वारा किया जा सके।
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