- अस्थायी साधन को प्रभावी बनाने क़ो लेकर सभी प्रसव कक्ष इंचार्ज को दिए गये निर्देश
- प्रशिक्षित लोग ही अब अपने-अपने संस्थान के अन्य लोगों का करेंगे क्षमतावर्द्धन
मोतिहारी : परिवार नियोजन कार्यक्रम के स्थाई एवं अस्थायी साधन को अधिक प्रभावी बनाने के लिए जिले के स्वास्थ्य संस्थान के लेबर रूम में कार्यरत स्टाफ नर्स एवं एएनएम का पी.एस.आई. इंडिया संस्था के द्वारा एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन सोमवार क़ो एमसीएच बिल्डिंग सदर अस्पताल मोतिहारी में आयोजित किया गया। प्रशिक्षण में जिले के सभी प्रखंड के पीएचसी, सीएचसी, एस.डी.एच. एवं एपीएचसी के लेबर रूम में कार्यरत स्टाफ नर्स एवं एएनएम को परिवार नियोजन कार्यक्रम पर प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में पीएसआई इंडिया के जिला प्रतिनिधि अमित कुमार ने गर्भ निरोधक के सभी साधनों पर विस्तारपूर्वक चर्चा की और गर्भ निरोध के उपयोग से मातृ स्वास्थ्य एवं शिशु स्वास्थ्य में कैसे सुधार होगा इसपर चर्चा की गयी|
सिविल सर्जन, पूर्वी चम्पारण के द्वारा बताया गया कि आज के प्रशिक्षण के बाद सभी लेबर रूम इंचार्ज अपने अपने संस्थान में जाकर वहाँ कार्यरत सभी स्टाफ नर्स एवं ए.एन.एम. का परिवार नियोजन कार्यक्रम पर क्षमतावर्धन करेंगे एवं परिवार नियोजन के साधनों में बेहतर उपलब्धि प्राप्त करने में भागीदारी निभाएंगे|
अस्थाई साधन को लेकर करें प्रचार एवं प्रसार
प्रशिक्षण में बताया गया कि परिवार नियोजन कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए शादी के बाद दो वर्ष बाद पहला बच्चा एवं दो बच्चों के बीच में तीन वर्ष का अंतराल जरूरी है. इसके लिए अस्थाई साधन के उपयोग पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है. अस्थाई साधन के प्रचार-प्रसार पर कार्य करने की जरूरत है| जिला सामुदायिक उत्प्रेरक के द्वारा बताया गया कि अस्थाई साधन के उपयोग नहीं होने के कारण पिछले वित्तीय वर्ष 2024-25 में 147721 गर्भवती महिलाओं को इन्जेक्शन टी.डी. दिया गया जिसमें सिर्फ टी.डी. बूस्टर 65606 गर्भवती महिलाओं को दिया गया जो की केवल 44% है.
इस मौके पर सीएस, डीपीएम, डीसीएम, अस्पताल प्रबंधक, जिला प्रतिनिधि पीएसआई इंडिया, पिरामल, सी3, प्रसव कक्ष इंचार्ज, स्टाफ नर्स, एएनएम व स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थे।
