अशोक वर्मा
मोतिहारी : पूर्वी चंपारण जिले के लिए एक बड़ी सौगात के रूप में नगर विकास एवं आवास विभाग, बिहार सरकार द्वारा मोतिहारी सीवरेज नेटवर्क परियोजना के लिए 399 करोड़ 87 लाख 28 हजार रुपए की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की गई है। इस परियोजना से शहर के समग्र विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। वही जिलाधिकारी के अनुसार पूर्वी चंपारण के लिए मिले इस योजना का उद्देश्य शहर के 32 वार्डों के लगभग 30,000 घरों को एक सुव्यवस्थित सीवरेज नेटवर्क से जोड़ना है। इसके अंतर्गत 187 किलोमीटर लंबी सीवरेज लाइन बिछाई जाएगी, जिससे घरों का गंदा पानी समुचित ढंग से निस्तारित किया जा सकेगा। इसके साथ ही, 4 मध्यवर्ती पंपिंग स्टेशन तथा 0.800 किलोमीटर राइजिंग मेन का भी निर्माण किया जाएगा।यह परियोजना केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना अटल नवीकरण और शहरी परिवर्तन मिशन (अमृत 2.0) के अंतर्गत स्वीकृत की गई है, जो 2025-26 तक क्रियान्वित की जाएगी। प्राप्त कुल राशि में से 128.03 करोड़ रुपये केंद्रांश के रूप में और 271.84 करोड़ रुपये राज्यांश के रूप में उपलब्ध कराए जाएंगे। वही अमृत 2.0 के अंतर्गत शहरी विकास की नई परिभाषा भारत सरकार के आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा अमृत योजना की समाप्ति के उपरांत अटल नवीकरण और शहरी परिवर्तन मिशन (अमृत 2.0) की शुरुआत की गई है। यह योजना आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में कार्य कर रही है। वही इस योजना के तहत शहरी क्षेत्रों में जल संरक्षण, जल स्रोतों का पुनरुद्धार, अपशिष्ट जल का पुनर्चक्रण (री-साइकलिंग), स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति, उपयोग किए गए पानी को उपचारित कर पुनः उपयोग तथा वर्षा जल संग्रहण को प्राथमिकता दी जा रही है। इसके अतिरिक्त, शहरी हरित क्षेत्र एवं सुव्यवस्थित खुले मैदान (पार्क) विकसित कर शहरों की सुंदरता एवं नागरिकों के जीवन स्तर में सुधार किया जा रहा है।वही नगर विकास एवं आवास मंत्री जीवेश मिश्रा ने कहा कि मोतिहारी सीवरेज नेटवर्क परियोजना के सफल क्रियान्वयन से शहर में जलजनित बीमारियों में कमी आएगी, गंदगी और जलजमाव की समस्या से राहत मिलेगी, साथ ही नागरिकों को एक स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण मिलेगा। यह परियोजना न केवल शहर के पर्यावरण संतुलन को बेहतर बनाएगी,
