- चंपारण नागरिक मंच की ओर से परिचर्चा का हुआ आयोजन
- आदिगुरू शंकराचार्य के जीवन व दर्शन पर हुई विस्तृत चर्चा
मोतिहारी। शहर अंतर्गत सदर अस्पताल रोड स्थित एलएनडी कॉलेज परिसर में चंपारण नागरिक मंच की ओर से आदिगुरू शंकराचार्य एवं वर्तमान में उनके दर्शन की प्रासंगिकता पर परिचर्चा का आयोजन किया गया। अध्यक्षता मंच के अध्यक्ष विनोद कुमार दूबे ने की। जबकि, संचालन मुकेश कुमार पांडेय ने किया। परिचर्चा को संबोधित करते हुए मंच के अध्यक्ष ने परिचर्चा के उद्देश्य पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने कहा कि आदिगुरू शंकराचार्य का जीवन एवं दर्शन वर्तमान सामाजिक, राजनीतिक एवं व्यक्तिगत जीवन की समस्याओं के समाधान के लिए प्रासंगिक है। समस्याओं का मूल कारण लोभ, मोह, ईष्या, द्वेष एवं अहंकार है। साथ ही धन बटोरने की असिमित इच्छा भी। इसका समाधान सिर्फ धार्मिक चेतना जगाकर भौतिक जगत के धन, पद एवं प्रतिष्ठा की निरर्थकता को समझना है। धर्म ही व्यक्ति को सभी प्रकार के भेदभाव से मुक्त कर सकता है। डॉ. नागमणी सिंह ने कहा कि सनातन धर्म पूर्णत: वैज्ञानिक है। जहां अन्य धर्म एवं संस्कृतियां सिर्फ स्वर्ग एवं नरक की बात करती है। वहीं सनातन संस्कृति स्वर्ग एवं नरक दोनों से मुक्त होने एवं मोक्ष प्राप्ति का मार्ग दिखाता है। परिचर्चा को प्रो. कर्मात्मा पांडेय, प्रो. अरूण कुमार मिश्रा, रविश पाठक, लोकेश कुमार, संजय कुमार, शैलेंद्र कुमार तिवारी आदि ने संबोधित किया। यह जानकारी चंपारण नागरिक मंच के मीडिया प्रभारी शैलेंद्र मिश्र बाबा ने दी। मौके पर मितुल कुमार, अमिता निधि, रजनी ठाकुर, मिनी द्विवेदी, संजय शर्मा, संजय उपाध्याय, रामाशंकर ठाकुर, शहदेव वर्मा, अधिवक्ता शैलेंद्र श्रीवास्तव, विनोद कुमार सिंह, रंजन श्रीवास्तव, पवन कुमार मिश्र, डॉ. अजय कुमार प्रसाद, राकेश रौशन, शशिभूषण पटेल, विष्णुकांत सिंह, उज्ज्वल कुमार पांडेय आदि उपस्थित थे।
शैलेंद्र मिश्र बाबा
मीडिया प्रभारी
चंपारण नागरिक मंच
