- 89705 घरों मे 28 दल द्वारा 60 कार्य दिवस होगा छिड़काव
- पिछले एक वर्ष में मात्र 7 कालाजार के मरीज हुए हैं प्रतिवेदित
सीतामढ़ी। कालाजार नियंत्रणार्थ प्रथम चक्र छिड़काव 2025 आज से प्रारंभ हुआ। सिविल सर्जन डॉ अखिलेश कुमार व जिला भीबीडी नियंत्रण पदाधिकारी डॉ रवीन्द्र कुमार यादव ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया और छिड़काव दलों तथा ” कालाजार उन्मूलन रथ ” को हरी झंडी दिखा क्षेत्र मे रवाना किया।
सिविल सर्जन ने अपने सम्बोधन मे कहा कि विगत वर्षों मे कालाजार नियंत्रण के क्षेत्र मे सीतामढी मे डॉ यादव के नेतृत्व मे उत्कृष्ट कार्य हुए हैं। फलस्वरूप 2024 मे मात्र 7 मरीज प्रतिवेदित हुए हैं। उन्होंने इसमे छिड़काव कर्मियों की भूमिका की सराहना करते हुए उन्हें अच्छी तरह सभी घरों के सभी कमरों, पूजा घर, रसोई घर, बरामदा, गोशाला तथा शौचालय की दीवारों पर 6 फीट तक गुणवत्तापूर्ण छिड़काव के निदेश दिए ताकि जिला मे कालाजार की स्थिति शून्य हो सके।
डॉ रवीन्द्र कुमार यादव ने जिला मे कालाजार नियंत्रण पर प्रकाश डालते हुए बताया कि सीतामढ़ी जिला विगत 7 वर्षों से सभी प्रखंडों मे न केवल मानक के अनुसार ‘कालाजार मुक्त ‘ स्थिति बनाए हुए है अपितु प्रति वर्ष मरीजों की संख्या मे लगभग 30-40% कि कमी भी ला रहा है।
इस वर्ष 12 प्रखंडों के 44 कालाजार प्रभावित गांवों के 89705 घरों मे 28 दल द्वारा 60 कार्य दिवस मे छिड़काव का लक्ष्य है। इस दौरान छिड़काव कर्मी संभावित कालाजार मरीजों की खोज भी करेंगे और लोगों को मस्तिष्क ज्वर और चमकी से बचाव के लिए जागरूक भी करेंगे।
उक्त अवसर पर डुमरा के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अक्षय कुमार, डीपीएम असीत रंजन, डीपीसी दिनेश कुमार, पीरामल फाउन्डेशन के टीम लीड प्रभाकर कुमार, भीडीसीओ प्रिंस कुमार व पवन कुमार, भीबीडीएस शिवशंकर प्रसाद, नवीन कुमार, राकेश कुमार, राजू रमन, रजनीश कुमार, कमलेश कुमार आदि मौजूद थे।
