सिमरी में तीन दिवसीय हीरो टूर्नामेंट: खेल से सामाजिक बदलाव का नया अध्याय

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  • युवाओं में नेतृत्व, समानता और सामुदायिक जिम्मेदारी का संदेश
  • खेल के ज़रिए जेंडर समानता और सामाजिक चेतना की दिशा में कदम
पटना: सहयोगी संस्था द्वारा 17 से 19 नवंबर तक सिमरी में आयोजित तीन दिवसीय हीरो टूर्नामेंट ने ग्रामीण युवाओं के बीच खेल और सामाजिक जागरूकता का अद्भुत समन्वय पेश किया। टूर्नामेंट में मुसैपुर, आनंदपुर, हथियाकांध और पैनाठी गांवों की टीमों ने पूरे जोश और उत्साह के साथ भाग लिया। इस आयोजन का उद्देश्य केवल खेल भावना को प्रोत्साहित करना नहीं था, बल्कि युवाओं को नेतृत्व, आत्मविश्वास और सामुदायिक मुद्दों के प्रति जागरूक बनाना भी था।
खेल से जेंडर आधारित भेदभाव को तोड़ने की पहल:
सहयोगी संस्था दानापुर, मनेर और बिहटा में जेंडर आधारित भेदभाव और हिंसा के खिलाफ काम कर रही है। इस  टूर्नामेंट  का आयोजन कर सहयोगी संस्था ने इसे सामाजिक बदलाव की मुहिम का हिस्सा बनाने की पहल की। खेल के दौरान जेंडर से जुड़े पुराने विचारों और पारिवारिक भेदभाव के खिलाफ संवाद और प्रशिक्षण आयोजित किए गए, जिससे युवाओं को सकारात्मक बदलाव के लिए प्रेरित किया गया।
खेल विकास और सामाजिक बदलाव का सशक्त माध्यम
सहयोगी संस्था की निदेशक रजनी ने बताया कि खेल न केवल शारीरिक और मानसिक विकास का साधन है, बल्कि युवाओं को समाज की समस्याओं को समझने और उनके समाधान में भागीदार बनने की प्रेरणा भी देता है। यह नेतृत्व, अनुशासन और टीम वर्क जैसे गुणों को निखारता है और युवाओं को अपने आसपास के सामाजिक मुद्दों से जोड़ता है। आज कई किशोर खेल के माध्यम से जेंडर स्टीरियोटाइप्स को तोड़ते हुए घरों में बराबरी की पहल कर रहे हैं। वे अपनी बहनों की शिक्षा और फैसलों का समर्थन कर रहे हैं, साथ ही घर के कामों में सहयोग देकर परिवार और समाज में सकारात्मक बदलाव ला रहे हैं। खेल से सीखे गए गुण युवाओं को यह समझने में मदद करते हैं कि छोटे-छोटे प्रयास बड़े बदलाव की नींव रख सकते हैं। यह केवल व्यक्तिगत विकास का जरिया नहीं, बल्कि एक ऐसा माध्यम है जो समाज को अधिक न्यायसंगत और समावेशी बनाने में योगदान करता है।
सामाजिक बदलाव के वाहक बनते किशोर:
टूर्नामेंट का उद्घाटन सिमरी के मुखिया श्री ओम प्रकाश ने किया, जबकि पैनाठी के मुखिया श्री विनय विभूति की उपस्थिति ने आयोजन को और गरिमा प्रदान की। तीन दिनों की प्रतिस्पर्धा के बाद, आनंदपुर की टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए टूर्नामेंट का खिताब जीता। टीम को बधाई देते हुए मुखिया श्री विनय विभूति ने कहा कि यह टूर्नामेंट युवाओं के लिए एक ऐसा मंच है, जहां वे न केवल अपनी खेल प्रतिभा को दिखा सकते हैं, बल्कि नेतृत्व और सामुदायिक जिम्मेदारी की कला भी सीख सकते हैं। आप सभी समाज में बदलाव के वाहक बन रहे हैं, और यह हमारी अगली पीढ़ी के लिए एक प्रेरणा है।
खेल और अनुशासन से बनेगा सकारात्मक समाज:
इस दौरान मुखिया श्री ओम प्रकाश ने कहा कि सहयोगी संस्था द्वारा आयोजित यह टूर्नामेंट खेल के साथ-साथ अनुशासन, नेतृत्व, और समाज के प्रति जिम्मेदारी की भावना को बढ़ावा देता है। ऐसे आयोजन न केवल युवाओं को प्रेरित करते हैं बल्कि सामाजिक बदलाव की ओर एक मजबूत कदम भी हैं।
युवाओं की ऊर्जा को दिशा देने की पहल:
सहयोगी संस्था के रिसोर्स पर्सन धर्मेंद्र ने सभी प्रतिभागियों और दर्शकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह आयोजन केवल शुरुआत है। भविष्य में ऐसे और भी टूर्नामेंट आयोजित किए जाएंगे, ताकि ग्रामीण युवाओं को अपनी प्रतिभा निखारने के साथ-साथ जेंडर समानता और सामुदायिक मुद्दों पर जागरूकता बढ़ाने का मौका मिले।
टीमवर्क का अद्भुत उदाहरण:
इस आयोजन में सहयोगी संस्था की टीम—लाजवंती, बिंदु, निर्मला, शारदा, रूबी, प्रियंका, मनोज, ऊषा, धर्मेंद्र और साक्षी ने सक्रिय भूमिका निभाई। यह टूर्नामेंट न केवल खेल के क्षेत्र में नई ऊर्जा लेकर आया, बल्कि जेंडर समानता और सामुदायिक भागीदारी की एक नई मिसाल भी कायम की।
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