- बिहार सरकार में मंत्री नगर विधायक डॉ प्रेम कुमार ने अभियान का किया शुभारंभ
गया। जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर 30 सितंबर तक मिशन परिवार विकास अभियान के तहत परिवार नियोजन सेवा पखवाड़ा का आयोजन किया जा रहा है। परिवार नियोजन पखवाड़ा के दौरान नवविवाहित दंपतियों को परिवार नियोजन साधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करायी जायेगी तथा शादी के दो वर्ष बाद पहले संतान तथा दो संतानों के बीच तीन साल के अंतराल रखने की जानकारी दी जा रही है। शुक्रवार को अभियान की औपचारिक शुरूआत की गयी है। शहर के जयप्रकाश नारायण अस्पताल परिसर में बिहार सरकार में मंत्री तथा नगर विधायक डॉ प्रेम कुमार ने अभियान का शुभारंभ किया है। नगर विधायक ने इस मौके पर सारथी रथ को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया है। इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ प्रभात कुमार, सीडीओ पंकज कुमार, डॉ एमई हक, जिला अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी जय शंकर डीसीएम मनीष कुमार, डॉ जितेंद्र कुमार, अंतत , अमन, डॉ हरेंद्र कुमार सिंह सहित अन्य स्वास्थ्य पदाधिकारी तथा कर्मी मौजूद रहे हैं। डॉ प्रेम कुमार ने कहा कि जनसंख्या स्थिरीकरण की दिशा में मिशन परिवार विकास अभियान स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय का एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है। परिवार नियोजन के विचार को गंभीरता से समझने की जरूरत है। सरकार समाज के सभी वर्ग तक गुणवत्तापूर्ण परिवार नियोजन सेवा उपलब्ध करान के लिए प्रतिबद्ध है। आगे कहा कि नवविवाहितों में परिवार नियोजन के विभिन्न साधनों के बारे में जानकारी होनी जरूरी है। इसके साथ ही विवाह के दो साल बाद संतानोपत्ति की योजना बनाने पर बल दिया है। आगे कहा कि बिहार में कुल प्रजनन दर को राष्ट्रीय दर के करीब लाना है। परिवार नियोजन ना सिर्फ संतानोपत्ति की योजना बनाने के लिए प्रेरित करता है, बल्कि महिलाओं के प्रजनन स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और मातृ—शिशु मृत्यु दर में कमी भी लाता है। मंत्री ने किया सौभाग्यवती किट वितरण:इस मौके पर डॉ प्रेम कुमार ने 22 आशा कार्यकर्ताओं को नवविवाहित दम्पति के लिए दो साल तक गर्भधारण टालने के लिए सौभाग्यवती किट का भी वितरण किया है। शहरी स्वास्थ्य को लेकर काम करने वाली स्वास्थ्य विभाग की सहयोगी संस्था पीएसआई इंडिया द्वारा इस सौभाग्यवती किट को तैयार किया गया है जिसमें आधुनिक गर्भनिरोध के साधन उपलब्ध है। इसकी मदद से नवविवाहित दंपति अपनी मर्जी के अनुसार गर्भनिरोध के साधन का उपयोग कर सकते हैं। परिवार नियोजन से जुड़ी राशि में इजाफा: सिविल सर्जन डॉ प्रभात कुमार ने बताया कि परिवार नियोजन सेवाओ के लिए लाभार्थी को दी जानेवाली प्रोत्साहन या क्षतिपूर्ति राशि में भी वृद्धि की गयी है। अंतरा गर्भनिरोधक सुई के लिए भी लाभार्थी और आशा को प्रति खुराक 100 रूपये दिए जा रहे है। महिला बंध्याकरण के लाभार्थी के लिए 1400 रुपये की राशि अब बढ़ कर दो हजार हो गयी है। पुरुष नसबंदी के लिए दी जाने वाली राशि दो हजार से बढ़कर तीन हजार रुपये हो गयी है। ग्रामीण क्षेत्र के नवविवाहित दंपति को नई पहल किट तथा शहरी क्षेत्र के नवदंपति को सौभाग्वती किट देकर परिवार नियोजन के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
