अशोक वर्मा
मोतिहारी : सप्ताहिक हिंदी दिवस के अवसर पर हिन्दी भाषा के प्रति सम्मान हेतू इनर व्हील क्लब मोतिहारी लेक टाउन के सदस्यों ने इसे विशेष समारोह के रूप में मनाया ।उक्त अवसर पर संगीता चित्रांश ने कहा कि जिस तरह अपनी जन्मभूमि भारत प्राण प्रिये है इसी तरह हिंदी भी हमारे लिए प्राणप्रिया है। हिंदी में वह शक्ति है कि पूरे देश को एकता के सूत्र में बांधकर रख सकती है ।आधुनिकता के दौड़ में जहां तकनीकी शिक्षा का बढ़ावा दिया जा रहा है लेकिन अपनी मातृभाषा को हमें नहीं भूलना है क्योंकि यह भाषा हमें राष्ट्र बोध कराती है ।पीपी धीरा गुप्ता के आवास पर आयोजित इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में कई वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किये। किसी ने इसको शक्ति कहा तो किसी ने जीवन को बढाने का आधार कहा। दुसरी ओर तनिष्क शोरूम में भी हिंदी दिवस मनाया तथा हिंदी भाषा के महत्व को बताया गया । सदस्यों के बीच हिंदी कविता प्रतियोगिता आयोजित की गई और सबों ने हिंदी को देश भर में सुदृढ़ बनाने हेतु संकल्प लिया। क्लब की अध्यक्ष पुतुल सिन्हा ने हिंदी भाषा के महत्व को बताते हुए कहा कि हिंदी हमारी पहचान है ,हमारी सभ्यता हैऔर हमारी संस्कृति है ।हम कहीं भी किसी भी राज्य में जाए हिंदी भाषा के जरिए लगभग सभी लोग आपसी ताल बना लेते हैं। हिंदी दिवस के जरिए देश की सबसे प्रमुख भाषा को सम्मान दिया जाता है। देशभर में हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है। 14 सितंबर 1949 को हिंदी को औपचारिक भाषा का दर्जा दिया गया था. उसके बाद से ही भाषा के विस्तार और लोगों को इसका महत्व समझाने के लिए 14 सितंबर को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाने लगा। क्लब की संरक्षिका शीला गुप्ता ने अपने वक्तव्य को रखते हुए कहा कि भारत के लिए हिंदी सिर्फ एक भाषा नहीं है, बल्कि देश की सांस्कृतिक विरासत और एकता का प्रतीक भी है। स्कूली दिनों से ही बच्चों को हिंदी दिवस का खास महत्व समझा दिया जाता है । हिंदी भाषा संस्कृत से उत्पन्न हुई है।इसकी लिपि देवनागरी है। यह भारत के ज्यादातर राज्यों में बोली जाती है। इसका साहित्यिक इतिहास बहुत समृद्ध है. उत्तर भारत के ज्यादातर राज्यों में लोग आपस में हिंदी में ही बात करते हैं। कार्यक्रम में , संरक्षिका शीला गुप्ता, संरक्षिका मीरा सिंह, पीपी धीरा गुप्ता, पीपी रंजिता गुप्ता ,पीपी निशा देव, पीपी राखी साह , आईपीपी कुमारी अमृता, वाइस प्रेसिडेंट लोकिता कुमारी, सचिव नीलम वर्मा,कुमकुम शुक्ला, की गरिमामई उपस्थिति रही।
