बुनकरों की अनेक कोई योजनाओं को सत प्रतिशत लागू करने के लिए हम प्रयासरत रहते हैं : महाप्रबंधक

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वस्त्र – दाता बुनकरों को मुंहमांगी सुविधा मिलेगी तो लगेंगे पंख , विकसित होंगे बुनकर तो विकसित होगा भारत – पटवा गोपाल
गया।बिहार प्रदेश बुनकर कल्याण संघ एवं मगध बुनकर कल्याण सेवा समिति के संयुक्त तत्वावधान में बुधवार को मानपुर पटवाटोली स्थित श्री दुर्गा स्थान के प्रांगण में हर्षोल्लास के साथ राष्ट्रीय हैंडलूम दिवस समारोह मनाया गया है। सर्वप्रथम द्वीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआ है।आए अतिथियों का अंगवस्त्र से स्वागत किया गया।
 10वां राष्ट्रीय हथकरघा दिवस के अवसर पर हैंडलूम एवं पावरलूम द्वारा विभिन्न धरेलू सूक्ष्म कुटीर वस्त्र उत्पादन में सराहनीय भूमिका और विशिष्ट योगदान के लिए 63 बुनकरों को  उत्कृष्ट बुनकर सम्मान – पत्र से सम्मानित किया गया। गोपाल प्रसाद पटवा , प्रकाश राम पटवा , अंचल अधिकारी मानपुर , महा प्रबंधक जिला उद्योग केंद्र गया के कर कमलो द्वारा संयुक्त रूप से सम्मान-पत्र प्रदान किया गया है। सम्मानित बुनकरों के चेहरे चमक उठे , इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करने के लिए सकारात्मक और प्रशंसनीय कार्य बताते हुए बुनकर संघ के प्रति आभार प्रकट किया है। 63 बुनकरों को उत्कृष्ट बुनकर सम्मान से सम्मानित किया गया। मानपुर में प्रमुख रूप से तांती पटवा अंसारी तैलिक रौनियार पाल समाज के लोग वस्त्र बुनाई के कार्य जुड़े हुए हैं। इस अवसर पर बुनकर सेवा केंद्र भागलपुर भारत सरकार के तत्वाधान मे आयोजित हैंडलूम वस्त्र बुनाई 2023 का प्रशिक्षण लेने वाले 28 सफल प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। इस अवसर पर
गोपाल प्रसाद पटवा अध्यक्ष बुनकर संघ ने कहा प्रधानमंत्री जी के द्वारा हैंडलूम को संरक्षित एवं विकसित करने के उद्देश्य से मनाया जा रहा 10वां राष्ट्रीय हैंडलूम दिवस पर हैंडलूम से जुड़े बुनकर परिवार को बहुत-बहुत बधाई और हार्दिक शुभकामनाएं। उन्होंने कहा हैंडलूम वस्त्र का उपयोग सभी भारतीय को सप्ताह में काम से कम एक दिन अवश्य करना चाहिए। हैंडलूम हमारी संस्कृति एवं कृषि के बाद सबसे बड़े रोजगार देने वाला क्षेत्र है।
हस्तकरघा से बने उत्पाद स्वदेशी की भावना से प्रेरित हस्तकला पारम्परिक हुनर है। हैंडलूम उत्पाद की तुलना अन्य मशीनरी उत्पाद से नहीं की जा सकती है।
हथकरघा भारत कि शान है। बुनकरों कि सांस्कृतिक व पारंपरिक पहचान है। युवा शक्ति एवं महिला शक्ति को हैंडलूम के धागा से जोड़कर विकसित हैंडलूम बुनकर , आत्मनिर्भर हैंडलूम बुनकर , विकसित गया जी , विकसित बिहार , विकसित भारत का परिकल्पना साकार होगा। गया जी में खादी धागा लिलेन धागा सूती धागा उत्पादन के लिए स्पिनिंग मिल स्थापना से महिलाओं व युवाओं की बेरोजगारी दूर होगी। सस्ता धागा स्थानीय स्तर पर उपलब्ध होगा। स्थानीय स्तर पर गया जी प्रिंटिंग सूती परिधान टी-शर्ट के उत्पादन लॉन्चिंग ब्रांडिंग प्रचार प्रसार बिक्री केंद्र मार्केटिंग से हैंडलूम जीवंत होगा उनकी समृद्धि होगा।सभी हैंडलूम बुनकरों को 10वां राष्ट्रीय हैंडलूम दिवस की बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं।अंचल अधिकारी मानपुर सुबोध कुमार ने कहा हैंडलूम पावरलूम वस्त्र बुनाई का कार्य मानपुर पटवा टोली की पहचान है यहां का घरेलू वास्तु उत्पादन कुटीर उद्योग को प्रोत्साहित और संरक्षित करने के लिए सरकार तट पर है इसे किसी भी हालत में प्रोत्साहित किया जाएगा।
महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र कुमारी वंदना ने कहा आज राष्ट्रीय हैंडलूम दिवस मनाने का जो थीम है वह स्वदेशी से जुड़ा हुआ है बुनकरों की अनेक कोई योजनाओं को सत प्रतिशत लागू करने के लिए हम प्रयासरत रहते हैं जब भी वस्तु उत्पादन की योजना आती है तो उसमें मानपुर और पटवा टोली सबसे आगे रहता है
प्रकाश राम पटवा ने कहा मानपुर के बुनकर मेहनती होते हैं और यहां का उत्पादन बेहतरीन होता है इसकी मांग पूरे देश में रहती है इसको बढ़ावा देने की आवश्यकता है। इस अवसर पर सुबोध कुमार अंचल अधिकारी मानपुर कुमारी वंदना महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र बुनकर संघ के अध्यक्ष गोपाल प्रसाद पटवा प्रकाश राम पटवा, दुकान पटवा, चंचल कुमार मनोज कुमार ,सिद्धनाथ प्रमोद कुमार, लाल गिरधारी प्रसाद शाहिद सैकड़ो महिला एवं पुरुष युवा बनकर कार्यक्रम को सफल बनाने में शामिल हुए हैं।
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