- बेहतरीन कार्य करनी वाले स्वास्थ्य अधिकारीयों को सराहा
- कुपोषित बच्चों को चिन्हित करने, उन्हें अस्पताल लाने तथा स्वास्थ्य में सुधार लाने का दिया निर्देश
मुजफ्फरपुर : जिला पदाधिकारी सुब्रत कुमार सेन की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु संबंधित अधिकारियों के साथ समाहरणालय सभाकक्ष में बैठक की गयी तथा संबंधित अधिकारियों को विभागीय निर्देश के अनुरूप पूरी जबावदेही से ससमय कार्य निष्पादन करने का सख्त निर्देश दिया। उन्होंने उत्कृष्ट एवं सराहनीय उपलब्धि हासिल करनेवाले अधिकारियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित करने तथा न्यूनतम उपलब्धि हासिल करनेवाले अधिकारियों को चिन्हित कर कारणपृच्छा करने, क्षेत्र भ्रमण कर माॅनिटरिंग करने तथा समीक्षा कर कार्य में सुधार एवं प्रगति लाने को कहा।
जिलाधिकारी ने पूर्ण टीकाकरण की समीक्षा करते हुए सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को ड्यू लिस्ट एवं सेशन साईट के अनुरूप शत-प्रतिशत बच्चों को टीकाकरण से आच्छादित करने तथा शत-प्रतिशत उपलब्धि हासिल करने को कहा। इस क्रम में जिलाधिकारी ने परिवार नियोजन, जननी बाल सुरक्षा, प्रसव पूर्व जांच, ओपीडी, आईपीडी, संस्थागत प्रसव, एम्बुलेंस, दवा की उपलब्धता, एईएस संबंधित किये जा रहे कार्य तथा डेंगू से बचाव आदि की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने सिविल सर्जन को योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने हेतु क्षेत्र भ्रमण करने, माॅनिटरिंग करने तथा अधिकारियों के साथ बैठक कर कार्य में सुधार लाने का निर्देश दिया। अस्पतालों में प्रसव पूर्व जांच परीक्षण तथा कुपोषित बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार लाने हेतु सभी पीएचसी की समीक्षा की गई तथा जिलाधिकारी ने कुपोषित बच्चों को चिन्हित करने, उन्हें अस्पताल लाने तथा स्वास्थ्य में सुधार लाने का निर्देश दिया। उन्होंने डीपीओ, आईसीडीएस को सीडीपीओ के कार्य की समीक्षा करते हुए प्रसव पूर्व जांच परीक्षण, कुपोषित बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार लाने तथा शत-प्रतिशत बच्चों के टीकाकरण के लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु अपेक्षित कार्रवाई करने को कहा। साथ ही गर्भवती माताओं के स्वास्थ्य परीक्षण करते हुए उनके हीमोग्लोबिन, सुगर, बीपी एवं अन्य संबंधित जांच करने तथा रिपोर्टिंग करने को कहा। इसके अतिरिक्त अस्पतालों में ही संस्थागत प्रसव कराने हेतु आशा कार्यकर्ता को समन्वय स्थापित कर प्रगति लाने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी द्वारा पीएचसी वार टीकाकरण की समीक्षा में पाया गया कि कुढ़नी में 72 प्रतिशत, मुशहरी ग्रामीण में 72 प्रतिशत, पारू में 72 प्रतिशत, सरैया में 74 प्रतिशत, सकरा में 78 प्रतिशत, बन्दरा में 77 प्रतिशत, मुरौल में 74 प्रतिशत, मीनापुर में 82 प्रतिशत, बोचहां में 82 प्रतिशत, अघोरिया बाजार में 58 प्रतिशत, मोतीपुर में 92 प्रतिशत, कटरा में 94 प्रतिशत टीकाकरण किया गया है। जिलाधिकारी ने डीआईओ को क्षेत्र भ्रमण करने तथा लगातार माॅनिटरिंग एवं समीक्षा कर शत-प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने सिविल सर्जन को कुढ़नी, मुशहरी, पारू, सरैया, बन्दरा के एमओआईसी, बीएचएम, एवं सीडीपीओ से कारणपृच्छा करने का निर्देश दिया। ओपीडी की समीक्षा में पाया गया कि कुढ़नी में 42 प्रतिशत, सरैया में 35 प्रतिशत, मुशहरी में 41 प्रतिशत, कांटी में 54 प्रतिशत, पारू में 55 प्रतिशत, बोचहां में 44 प्रतिशत, साहेबगंज में 50 प्रतिशत, बन्दरा में 86 प्रतिशत तथा मुरौल में 150 प्रतिशत का प्रदर्शन किया गया है। जिलाधिकारी ने बैठक में मुरौल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा 150 प्रतिशत की सराहनीय उपलब्धि प्राप्त करने हेतु बैठक में अन्य एमओआईसी को अपने अनुभव एवं कार्य के बारे में शेयर करने को कहा ताकि अन्य एमओआईसी के द्वारा सराहनीय कार्य संपादित किया जा सके। जिलाधिकारी ने 50 प्रतिशत से कम उपलब्धि प्राप्त करनेवालों से कारणपृच्छा करने का निर्देश दिया।
जिलाधिकारी ने सिविल सर्जन को पीएचसी में डाॅक्टरों एवं स्वास्थ्य कर्मियों की उपस्थिति सुनिश्चित करने तथा माॅनिटरिंग करने को कहा। साथ ही डाॅक्टरों को मुख्यालय में बने रहने तथा नियमानुसार आवेदन देकर एवं छुट्टी लेकर ही मुख्यालय छोड़ने को कहा। अस्पतालों में रोस्टर के अनुसार डाॅक्टरों की डयूटी लगाने तथा उनकी उपस्थिति रोस्टर के अनुरूप सुनिश्चित करने को कहा।
बैठक में डेंगू से बचाव हेतु जागरूकता अभियान चलाने तथा लोगों को अवगत कराने को कहा। डेंगू से बचाव हेतु लोगों को सावधान एवं सतर्क रहने, जल-जमाव नहीं रहे, साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था करने, मछरदानी लगाने हेतु लोगों को जागरूक करने को कहा। इसके लिए नगर आयुक्त को टीम का गठन कर यत्र तत्र जल-जमाव की स्थिति को दूर करने, साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था कराने हेतु निर्देश देने को कहा। बैठक में प्रधानमंत्री टीबी मुक्ति योजना के सफल एवं प्रभावी क्रियान्वयन हेतु माईक्रो प्लान बनाने को कहा तथा परवरिश योजना के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु जिलाधिकारी ने सहायक निदेशक, बाल संरक्षण पदाधिकारी, मुजफ्फरपुर से समन्वय स्थापित कर संयुक्त रूप से मिलकर कार्य निष्पादन करने को कहा।
बैठक में उप विकास आयुक्त श्री आशुतोष द्विवेदी, सहायक समाहर्ता सुश्री डाॅ. आकांक्षा आनंद, सिविल सर्जन डाॅ. अजय कुमार, जिला वीबीडी नियंत्रण पदाधिकारी सह एसीएमओ डाॅ. सतीश कुमार, डीपीओ श्रीमती चांदनी सिंह, डीपीएम जीविका श्रीमती अनीशा गांगूली, सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी सहित कई अन्य अधिकारी उपस्थित थें।
68