बिहार में बेखौफ अपराधियों का तांडव एक बार फिर देखने को मिली है जहां आरा में सदर प्रखंड प्रमुख के बेटे की अज्ञात अपराधियों ने गोलियों से छलनी कर हत्या कर दी है. वही इस घटना के बाद से पूरे इलाके में दहशत के साथ तनाव का माहौल कायम हो गया है. आपको बता दे कि घटना मुफस्सिल थाना क्षेत्र के सारंगपुर गांव के पास आरा-बक्सर फोरलेन 922 की है. मृतक आरा सदर प्रखंड के प्रमुख जयकुमारी देवी के 22 वर्षीय पुत्र अखिलेश पासवान है. जानकारी के अनुसार मृत युवक अखिलेश पासवान अपनी प्रखंड प्रमुख मां के ब्लॉक से जुड़ा सारे काम का देखभाल करता था और सोमवार को सुबह वो अपने घर से किसी काम के लिए आरा सदर ब्लाक गया हुआ था, लेकिन देर शाम तक वापस नही लौटा तो परिजन खोज बिन शुरू किए फिर भी कहीं जानकारी नही मिली। सुबह 4 बजे के आसपास पुलिस को सूचना मिली कि यहां कोई बॉडी है. घटनास्थल पर पहूंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेते हुए उसकी पहचान कर परिजनों को सूचना दी.
मृतक के पिता रमई राम ने बताया कि घर से वो ब्लॉक का काम करने निकला था लेकिन घर वापस नही आया पुलिस के जरिये हमलोगों को जानकारी मिली कि मेरे बेटे की हत्या हुई है. उसे 6 गोली मारी गई है. पिता ने हत्या का कारण बताया कि राजनीतिक दुश्मनी में मेरे विपक्षियों ने ही इसकी हत्या किया है क्यो की ये अपने प्रमुख मां के सारे काम को देखता था और थोड़ी बहुत राजनीति भी करता था.
इधर प्रखंड प्रमुख के बेटे की हत्या के बाद त्रीस्तरीय पंचायत सदस्यों के बीच काफी आक्रोश भी देखा जा रहा है. मृतक के परिजनों को सांत्वना देने पहुंचे इंडिया गठबंधन समर्थित भाकपा माले के आरा लोकसभा प्रत्यासी सुदामा प्रसाद ने कहा कि नीतीश कुमार और बीजेपी की सरकार में कोई सुरक्षित नही है. आय दिन हत्या-लूट जैसे अपराधों की संख्या बढ़ती जा रही है और पुलिस प्रसाशन हाथ पर हाथ धरे बैठी है. लोकसभा चुनाव को ले कर आचार संहिता लगा है. उसके बावजूद भी यहां अपराध थमने का नाम नही ले रहा. अचारसंहिता में जनप्रतिनधियो को पुलिस प्रसाशन द्वारा परेशान किया जा रहा है लेकिन क्षेत्र में हो रही आपराधिक घटनाओं पर अंकुश नही लगाया जा रहा है .हमलोग मांग करते है कि इस घटना में शामिल अपराधियों की पुलिस जल्द से जल्द शिनाख्त कर गिरफ्तार करें और परिजनों को 20 लाख का मुआवजा दे।
