- अप्रैल 2023 से फ़रवरी 2024 तक 9418 हुआ महिला बंध्याकरण
- महिला बंध्याकरण में जिले का आया दूसरा स्थान
मोतिहारी। परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत पूर्वी चम्पारण जिले के स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा बेहतर कार्य करने पर डीपीएम, डीसीएम, डीडीए, डीएम एंड ईओ जीएनएम को प्रमंडल स्तर पर प्रशस्ती पत्र देकर सम्मानित किया गया है। डीपीसी भारत भूषण एवं पीएसआई इंडिया प्रबंधक अमित कुमार ने बताया की अप्रैल 2023 से फ़रवरी 2024 तक 9418 महिलाओं का बंध्याकरण जागरूकता के साथ किया गया, वहीं प्राइवेट एवं सरकारी मिलाकर 17 हजार 506 महिलाओ का बंध्याकरण हुआ, वहीं 37 पुरुष नसबन्दी की गईं। प्रसव उपरांत आइयूसीडी 8 हजार 245, आइयूसीडी 4 हजार 189, प्रसव उपरांत 367 महिलाओ का बंधयाकरण किया गया, जिसके कारण प्रमंडल में जिला पूर्वी चम्पारण दूसरे स्थान पर आया है, और स्वास्थ्य कर्मियों के बीच जिले को कुल 08 अवार्ड प्राप्त हुए है। मोमेंटो और सर्टिफिकेट के साथ जिला स्वास्थ्य समिति के पदाधिकारीयों ने ख़ुशी व्यक्त किया।
मेहनत व लगन से कार्य करें स्वास्थ्य कर्मी:
जिले के अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ श्रवण कुमार पासवान ने कहा की स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा किए बेहतर कार्य का नतीजा है की परिवार नियोजन के क्षेत्र में जिले को पहला स्थान आया है, उन्होंने इसके लिए स्वास्थ्य कर्मियों को बधाई दी है। उन्होंने स्वास्थ्य कर्मियों से आगे भी मेहनत व लगन से कार्य करने को कहा।
बंध्याकरण कराने पर सरकार द्वारा दी जाती है प्रोत्साहन राशि:
डीसीएम नन्दन झा एवं पीएसआई के जिला प्रबंधक अमित कुमार ने बताया कि जिले की बढ़ती आबादी पर रोक हेतु स्थायी अ स्थायी साधनों का उपयोग आवश्यक है। डीसीएम नंदन झा ने कहा की नसबंदी के लिए पुरुष लाभार्थी को 3000 रुपए एवं प्रेरक को प्रति लाभार्थी 300 रुपए प्रोत्साहन के तौर पर दिए जाने का प्रावधान है। जबकि महिला बांध्याकरण के लिए लाभार्थी को 2000 रुपए एवं प्रेरक को प्रति लाभार्थी 300 रुपए दी जाती है। महिलाओं को सरकार की ओर से मिलने वाली प्रोत्साहन की राशि उनके खाते में भेजी जाती है ।