- गायों की सुरक्षा के लिए कानून बनाने की उठी मांग
गया। गया गौशाला में गोपाष्टमी का उत्सव बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया गया। इस दौरान अंतर्राष्ट्रीय हिंदू परिषद, राष्ट्रीय बजरंग दल एवं राष्ट्रीय महिला परिषद से जुड़े पदाधिकारी और सदस्यों ने गोरक्षणी एवं दंडीबाग स्थित नंदी गौ सेवा आश्रम में पूरे वैदिक मंत्रोंच्चारण के साथ गौ माता की विशेष पूजा-अर्चना कर आरती उतारी और गोवंश के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु संकल्प लिया।
गायों को नये वस्त्र पहनाकर फल,गुड,रोटी एवं हरा चारा खिलाई गई। मौके पर अंतर्राष्ट्रीय हिंदू परिषद के विभाग महामंत्री रामकुमार बारिक ने बताया कि हिंदू धर्म में गायों की पूजा का विशेष महत्व माना गया है। गाय को लक्ष्मी का अवतार भी माना जाता है और 33 करोड़ देवी- देवताओं का भी वास होता है। गोपाष्टमी के दिन ही भगवान श्री कृष्णा और उनके भाई बलराम ने गोचरण की लीला शुरू की थी। यही वजह है कि यह दिन गायों के लिए काफी शुभ दिन माना जाता है। राष्ट्रीय बजरंग दल के शशिकांत मिश्रा ने कहा कि गो वंश के संवर्धन और संरक्षण और इसकी सुरक्षा के लिए हम सभी हिंदू सनातन धर्मावलम्बियों को आगे आना चाहिए।महानगर अध्यक्ष शिव लाल टईया ने बताया कि गाय हमारी भारतीय संस्कृति की प्रतीक है। गायों की रक्षा से ही हिंदू धर्म और भारतीय संस्कृति की रक्षा होगी। गायों की सुरक्षा के लिए केंद्र सरकार से कानून बनाने की मांग की। इस अवसर पर कार्याध्यक्ष मुकेश शर्मा, राष्ट्रीय बजरंग दल के प्रांत महामंत्री शशिकांत मिश्रा, जिला अध्यक्ष विश्वजीत चक्रवर्ती, रतनलाल गायब, नीलम मिश्रा, सविता अग्रवाल एवं नंदी गौ सेवा आश्रम की संचालिका संगीता सिन्हा सहित कई अन्य लोग उपस्थित थे।
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