- छह हजार टीबी मरीज जिले में हैं इलाजरत
- वर्तमान में 530 मरीज फूड बास्केट का उठा रहे लाभ
सीतामढ़ी। डॉ रघुराम राव असिस्टेंट डायरेक्टर जनरल सेंट्रल टीबी डिविजन, मिनिस्ट्री ऑफ़ हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर की अध्यक्षता में जिले में प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान की समीक्षा की गई। जिसमें जिले में निक्षय मित्र की कम संख्या रहने पर चिंता व्यक्त करते हुए जिला यक्ष्मा पदाधिकारी को अपने स्तर से सभी बैठकों में लोगों को जागरूक करते हुए निक्षय मित्र बनाने हेतु अपील करने का निर्देश दिया गया। जिले में सभी बैंक, कॉरपोरेट, एनजीओ, स्वयंसेवी संस्था, समाजसेवी एवं जनप्रतिनिधियों से लगातार संपर्क कर नए निक्षय मित्र बनाने हेतु आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया। उनके द्वारा बताया गया कि जिले में लगभग 6000 यक्ष्मा मरिज वर्तमान में दवा ले रहे हैं जिन्हें फूड बास्केट उपलब्ध कराने का लक्ष्य है एवं वर्तमान में मात्र 530 मरीजों को ही इसका लाभ मिल रहा है। एक फुड बास्केट तैयार करने में लगभग 600 से 700 का खर्च पड़ता है जो बहुत ज्यादा नहीं है। अगर समुचित पहल की जाए तो लक्ष्य प्राप्त करना कठिन नहीं है। इसके लिए उनके द्वारा व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर नियमित मॉनिटरिंग करने एवं जहां उनकी आवश्यकता हो हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया गया। बैठक में डॉक्टर जेड जावेद जिला यक्ष्मा पदाधिकारी सीतामढ़ी, विकास कुमार राज्य प्रतिनिधि, डॉक्टर एसपी झा एमओटीसी जिला यक्ष्मा केंद्र, रंजय कुमार डीपीसी, रंजन शरण डीईओ सह लेखापाल, नोएडा खातून, साकिर हुसैन, मोहम्मद शमीम आजाद, संपूर्णानंद मिश्रा सहित सभी एनटीईपी कर्मी उपस्थित थे।
58