अशोक वर्मा
मीरगंज: समय प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय राजयोग मेडिटेशन सेंटर मीरगंज सेवा केंद्र पर राजयोगिनी दादी हृदयमोहनी जी की तृतीय पुण्यतिथि दिव्यता दिवस के रूप में मनाई गई। दादी जी के तैल चित्रों पर पुष्प अर्पित करते हुए नगर परिषद उपाध्यक्ष धनंजय यादव, विनोद भाई,डाक्टर ब्रह्मदेव चौधरी पूर्व सब इंस्पेक्टर सुर्य देव प्रसाद केंद्र इंचार्ज बीके ब्रह्माकुमारी सुनिता बहन,इन्दू बहन आदि
सेवा केंद्र प्रभारी सुनीता बहन ने बताया कि इस धरा पर ईश्वरीय ज्ञान को सर्व मनुष्य आत्माओं तक पहुंचाने के निमित्त साकार माध्यम दादी हृदयमोहिनी जी एक अलौकिक दिव्य शक्ति संपन्न ,बाल ब्रह्माचारिणी और तपस्विनी थी 9 वर्ष की अल्पायु में शोभा नाम की कन्या ने हैदराबाद सिंध में अपनी माता जी के साथ ईश्वरीय ज्ञान प्राप्त किया तथा प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के साकार संस्थापक ब्रह्मा बाबा के सानिध्य में अपने आध्यात्मिक जीवन को प्रारंभ किया। पिता श्री ब्रह्मा बाबा के अलौकिक जीवन से प्रेरित होकर आपने अपना सम्पूर्ण जिवन विश्व परिवर्तन के कार्य के लिए समर्पित कर दिया तब से आप हृदयमोहिनी जी के नाम से जानी गयी। आप ओम मंडली के सबसे कम उम्र की परंतु बाल्यकाल से दिव्यता, सरलता ,सत्यता ,पवित्रता और शांति साक्षात्कारमूर्त थी । दादी जी ने परमात्मा शक्तियों को प्रत्यक्ष धारण करके अज्ञानता में भटकती आत्माओं के जीवन की दिशा और दशा का सत्य मार्गदर्शन किया। लाखों भाई बहनों को आत्मानुभूति परमात्मानुभूति कराने में निमित्त दादी जी ने लगभग 53 वर्षों तक निरंतर ईश्वरीय संदेशवाहक बन करके इस महारूद्र ज्ञान यज्ञ की पालना की। समय प्रती समय आपने ने केवल सम्पूर्ण भारत अपितु विश्व के पांचों खंडों में सेवाएं प्रदान की तथा ईश्वरीय संदेश देने के लिए 100 से अधिक देशों का भ्रमण कर जनमानस को शांति और सद्भावना के साथ पवित्र और सुखमय जीवन जीने की कला सिखाई। देश विदेश की सरकारों एवं संस्थाओं ने दादी जी द्वारा मानवता की गई हमको पहचानकर डॉक्टरेट की मानद् उपाधि देकर सम्मानित किया। इस प्रकार अथक विधि से सम्पूर्ण विश्व में ईश्वरीय ज्ञान के प्रकाश को आलोकित करते हुए स्वयं परमपिता परमात्मा शिव की संदेशवाहक दादी हृदयमोहिनी जी महाशिवरात्रि के महापर्व पर सत गुरुवार के दिन 11 मार्च 2021 को अपनी पार्थिव देह त्याग कर ईश्वरीय गोद में समा गयी। कार्यक्रम में उपस्थित राजयोगनि ब्रह्माकुमारी सुनिता बहन,रिंकी बहन, अनन्ता बहन,कमलावती माता,आरती माता,फुलझड़ी माता,बेबी बहन,झूना माता,तारा माता,सीमा माता,पूनम माता,इन्दू माता,राजकुमारी देवी,टुनटुन भाई,बिनोद भाई, पूर्व सब इंस्पेक्टर सूर्यदेव सिंह, सतीश भाई,डाक्टर ब्रह्मदेव चौधरी,प्रेम भाई आदि थे
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