- महिलाओं की आर्थिक स्थिति होगी सुदृढ।
अशोक वर्मा
मोतिहारी : ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाने और उनके जीवन स्तर में सुधार लाने के लिए सुगौली प्रखण्ड के श्रीपुर बिशुनपूर में नाबार्ड द्वारा 30 महिलाओं के लिए 15 दिवसीय मशरूम प्रशिक्षण कार्यक्रम का उदघाटन नाबार्ड के डीडीएम आनंद अतिरेक ने किया। कार्यक्रम को नाबार्ड की देख रेख में कृषक विकास समिति संस्था द्वारा संचालित किया जाएगा।
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य जिले के एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) के रूप में पहचाने जाने वाले मशरूम की खेती पर ध्यान केंद्रित करते हुए तथा उद्यमिता में रुचि रखने वाली ग्रामीण महिलाओं को 15 दिनों के लिए मुफ्त प्रशिक्षण प्रदान करना है ताकि वे अपना खुद का सूक्ष्म उद्योग स्थापित कर सकें।
डीडीएम आनंद ने बताया कि यह कार्यक्रम न केवल महिलाओं की आर्थिक स्थिति को बढ़ाने बल्कि क्षेत्र के समग्र विकास में योगदान देने के लिए आयोजित किया गया है। कार्यक्रम में उपस्थित उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक, छपवा बाजार के शाखा प्रबंधक संजीत कुमार राय ने बताया कि भारत सरकार PMFME योजना के अंतर्गत खाद्य उद्योगों की स्थापना के लिए ऋण प्रदान करती है, जिसमें बहुत कम ब्याज दरों पर ऋण उपलब्ध होता है।
एनजीओ कृषक विकास समिति के अध्यक्ष उमाशंकर प्रसाद ने बताया कि मशरूम में विटामिन और कैल्शियम की अधिक मात्रा पाई जाती है, जिसके कारण यह हड्डियों के लिए भी उत्तम होता है। प्रशिक्षक रवीन्द्रनाथ कुमार तथा संतलाल कुमार ने प्रतिभागियों को लगन के साथ नियमित रूप से इस निःशुल्क प्रशिक्षण कार्यक्रम से लाभ उठाने की सलाह दी। प्रशिक्षण कार्यक्रम की समाप्ति पर सभी महिलाओं को प्रमाणपत्र तथा स्टायपंड राशि भी प्रदान किया जाएगा।
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