- स्वस्थ दिखने वाले लोगों में भी होता है फाइलेरिया का परजीवी
- जागरूकता के साथ घर घर खिलाई जा रही है सर्वजन दवा
बेतिया : जिले में फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत आशा, जीविका दीदीयों, जनप्रतिनिधियों, सहयोगी संस्थानों के सहयोग से लोगों को जागरूक कर सर्वजन दवा सेवन कराया जा रहा है। जिले के सिविल सर्जन डॉ श्रीकांत दुबे ने बताया कि जिले के सभी प्रखंडों के स्वस्थ लोगों को हाथी पाँव से बचने के लिए सर्वजन दवा का सेवन करना चाहिए। उन्होंने बताया कि फाइलेरिया का परजीवी स्वस्थ दिखने वाले लोगों में भी हो सकता है। फाइलेरिया जानलेवा नहीं है बल्कि यह विकलांग कर देने वाला बीमारी है जिसका कोई इलाज नहीं है। वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ हरेंद्र कुमार ने कहा कि फाइलेरिया क्यूलेक्स मादा मच्छर के काटने से होने वाला गंभीर रोग है, जो एक प्रकार के परजीवी का संक्रमण है।
सर्वजन दवा सेवन हेतु दी जा रही गोली:
डब्लूएचओ की ज़ोनल कोऑर्डिनेटर माधुरी देवराजू ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक 65 करोड़ भारतीयों पर फाइलेरिया रोग का खतरा मंडरा रहा है। 21 राज्यों और केंद्र शासित राज्यों के 256 जिले फाइलेरिया से प्रभावित हैं। फाइलेरिया दुनिया की दूसरे नंबर की ऐसी बीमारी है जो बड़े पैमाने पर लोगों को विकलांग बना रही है। दुनिया के 52 देशों में करीब 85.6 करोड़ लोग फाइलेरिया के खतरे की जद में हैं। जिले में जागरूकता के साथ 10 फ़रवरी से सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम के तहत लोगों को निर्धारित उम्र के अनुसार एल्बेंडाजोल एवं डीईसी की गोली आशा एवं स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा घर घर घूमकर अपने सामने खिलाई जा रही है। फाइलेरिया रोग से बचने के लिए सर्वजन दवा सेवन ही कारगर उपाय है।
फाइलेरिया से बचाव के उपाय :
फाइलेरिया क्यूलेक्स मच्छर के काटने से फैलता है, इसलिए लोगों को मच्छरों के काटने से बचाव करना चाहिए। सोते वक़्त मच्छरदानी लगानी चाहिए। घर के आस-पास व अंदर साफ-सफाई रखनी चाहिए। समय-समय पर कीटनाशक का छिड़काव करना चाहिए।
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