गोपालगंज जिला जदयू के द्वारा आभार कार्यक्रम गोपालगंज कर्पूरी सभागार में हुई। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला जदयू के अध्यक्ष सह जिला बीस सूत्री कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति के उपाध्यक्ष आदित्य शंकर शाही ने की तथा इस कार्यक्रम का सफल संचालन जदयू जिला प्रवक्ता बृजकिशोर सिंह ने की कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष सह गोपालगंज सांसद डॉक्टर आलोक कुमार सुमन एवम विशिष्ठ अतिथि के रूप में पूर्व मंत्री एवम पूर्व विधायक रामसेवक सिंह कुशवाहा उपस्थित थे। पूर्व मंत्री ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा की बिहार के विकास पुरुष लोकप्रिय यशश्वी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही समाजिक न्याय के असली मसीहा हैं। श्री कुशवाहा ने कहा कि जातिवाद, परिवारवाद साम्प्रदायवाद, क्षेत्रवाद एवं भ्रष्टाचार से दूर रहकर समाजवादी विचारधारा पर चलने वाले सुशासन एवं ईमानदारी के प्रतिक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जाति आधारित गणना कराकर तथा उसकी रिपोर्ट जारी कर एवं जिसकी जितनी संख्या भारी उसकी उतनी हिस्सेदारी का नारा बुलंद करते हुए उसी के अनुरूप नीति बनाने की पहल कर के यह साबित कर दिया है कि इस देश में समाजिक न्याय के असली मसीहा नीतीश कुमार ही है। सांसद आलोक सुमन ने कहा कि जाति आधारित गणना कराकर उसकी रिपोर्ट जारी कर पुरे देश में इतिहास रचने वाले माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति आज पुरा देश आभार व्यक्त कर रहा है। सांसद ने कहा कि प्रत्येक वर्ष दो करोड़ बेरोजगार युवाओं को नौकरी देने की वादा करने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अब बेरोजगारी के मुद्दे पर एक शब्द नहीं बोलते है, वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक दिन में एक से लाख बीस हजार अधिक लोगों को शिक्षा विभाग में नौकरी देकर पुरे देश में इतिहास रच दिया है। सांसद आलोक कुमार सुमन ने कहा कि केन्द्र सरकार ने कक्षा एक से आठ तक के बच्चों का छात्रवृत्ति योजना बंद कर दिया है जिसके कारण मोदी सरकार का अतिपिछड़ा विरोधी चेहरा उजागर हो गया है। उन्होंने ने कहा कि जननायक कपूरी ठाकुर के विचारों के अनुरूप मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने त्रिस्तरीय पंचायती राज संस्थाओं एवं नगर निकायों के चुनावों में अतिपिछड़ा वर्ग को आरक्षण देकर इस समाज को समाजिक आर्थिक एवं राजनैतिक रूप से सशक्त बनाने का कार्य किया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सता संभालने के बाद सर्व प्रथम सितम्बर 2006 में ही अतिपिछड़ा वर्ग के लिए आयोग का गठन एवं आजादी के बाद देश में पहली बार बिहार में 2009 में पिछड़ा – अतिपिछड़ा कल्याण विभाग का गठन किया। कपूरी ठाकुर के विचारों को आत्मसात कर उनके सपने को साकार करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अतिपिछड़े समुदाय की विभिन्न जातियों का सामाजिक, राजनीतिक शैक्षणिक और आर्थिक उन्नयन कर इन्हें एक वर्ग ( उ २२ ) के रूप में नई पहचान दी। अतिपिछड़ा वर्ग के लोगों से संगठित रहने सतर्क रहने एवं किसी के बहकावे में नहीं आने तथा नीतीश कुमार के द्वारा अतिपिछड़ा वर्ग के लोगों के हित में किए गए जा रहे कार्यों को जन जन तक पहुंचाने का आह्वान किया। माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में कानून का राज लागू कर पुरे राज्य में अमन चैन स्थापित किया है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए । उन्होंने ने महगाई एवं बेरोजगारी के प्रतिक बन चुकी गरीब विरोधी भाजपा नीत केन्द्र सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान उपस्थित लोगों से किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अपने अध्यक्षीय संबोधन में जिलाध्यक्ष आदित्य शंकर शाही ने जाति आधारित गणना कराकर उसकी रिपोर्ट जारी करने के लिए गोपालगंज जिला जदयू परिवार की ओर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति धन्यवाद / आभार व्यक्त किया। श्री शाही ने आगामी लोकसभा चुनाव में जदयू समर्थित इंडिया गठबंधन के सभी उम्मीदवारों को जिताकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के हाथों को मजबूत बनाने का आह्वान उपस्थित लोगों से की। इस बैठक में नव मनोनित बीस सूत्री सदस्यो को बधाई दिया गया। इस बैठक में राघवेंद्र सिंह, निरुपमा सिंह, भृगुआश्राम कुशवाहा, राजू कुशवाहा, अमरेंद्र बारी, शमशेर आलम, राजेश सिंह, योगेश पटेल, मनोज तिवारी, वीरेंद्र चौरसिया, दिनेश मिश्रा, राधेश्याम सहनी, राज कुमार राम, कमल पटेल, दीपू शर्मा, योगेंद्र राम, मुन्ना पटेल, मोहम्मद तौहीद, सुविकास सिंह, बुलेट सिंह, मिथलेश राय, प्रशुराम राय, लालबाबू राम, रविंद्र शर्मा, शशि पटेल, मुन्ना कुंवर, सहित तमाम जदयू पंचायत, प्रखंड, एवम जिला पदाधिकारी उपस्थित थे।
