औरंगाबाद के उपहारा थानेदार आनंद कुमार गुप्ता को पटना से पहुंची निगरानी (विजिलेंस) टीम ने गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया। थानेदार की गिरफ्तारी के बाद हड़कंप मच गया। गुरुवार सुबह उपहारा थाना क्षेत्र के हमीदनगर गांव निवासी सनोज कुमार से थानेदार आनंद कुमार गुप्ता 20 हजार रुपये रिश्वत ले रहा था। उसी समय निगरानी की टीम ने पैसा लेते हुए उसे रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया।
अपहरण के केस में नाम हटाने के लिए मांग रहा था 20 हजार
स्थानीय लोगों ने बताया कि एक लड़की के अपहरण मामले में प्राथमिकी से तीन आरोपितों के नाम हटाने के लिए थानेदार आनंद कुमार गुप्ता रिश्वत वसूल रहा था। इसी दौरान अचानक निगरानी टीम यहां पहुंच गई और थानेदार को रंगेहाथ दबोच लिया। इस रेड की जानकारी औरंगाबाद पुलिस को नहीं दी गई थी। निगरानी की टीम उपहारा थानाध्यक्ष को अरवल ले जाकर पूछताछ कर रही है।
जांच में थानेदार के ऊपर लगे आरोप सही पाए गए
निगरानी के अधिकारी के अनुसार, थानेदार आनंद कुमार गुप्ता के खिलाफ शिकायत मिली थी कि वह अपहरण के केस में नाम हटाने को लेकर रिश्वत की मांग कर रहा है। शिकायत का सत्यापन करवाया गया। जांच में थानेदार के ऊपर लगे आरोप सही पाए गए। इसके बाद स्पेशल टीम का गठन किया गया। गुरुवार को स्पेशल टीम ने थानेदार को घूस लेते रंगेहाथ पकड़ लिया। मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है। बता दें औरंगाबाद जिले में थानेदार को रिश्वत लेते गिरफ्तार करने का यह पहला मामला नहीं है इससे पूर्व भी कई थानाध्यक्ष को निगरानी की टीम ने गिरफ्तार किया है।