- सारथी रथ से माइकिंग व सघन प्रचार-प्रसार से लोगों को किया गया जागरूक
- बंध्याकरण कराने पर सरकार द्वारा दी जाती है प्रोत्साहन राशि
बेतिया। जिले में जनसंख्या स्थिरता पख़वाड़ा कार्यक्रम के तहत सभी प्रखंडों के प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा सारथी रथ से माइकिंग व सघन प्रचार-प्रसार अभियान चलाया गया। जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा के तहत पश्चिमी चम्पारण में 575 महिलाओं का बंध्याकरण एवं 3 पुरुषों की नसबन्दी की गई। जिला स्वास्थ्य समिति के आशा समन्वयक राजेश कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि 168 सामान्य महिलाओं को कॉपर टी लगाया गया। वहीं प्रसव उपरांत 602 को कॉपर टी लगाया गया। 505 को अंतरा,1225 को गर्भनिरोधक गोलियां, 2914 को माला एन एवं 64 महिलाओं को बढ़ती जनसंख्या के बारे में जागरूक करते हुए समझाकर डिलीवरी के साथ ही बंध्याकरण किया गया। वहीं स्वास्थ्य केंद्र पर 69 हजार 407 कंडोम दिए गए। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा 31 जुलाई तक परिवार कल्याण पखवाड़ा चलाया गया। आगे भी समय समय पर लोगों को जागरूक करने हेतु कार्यक्रम चलाया जाएगा।
परिवार नियोजन के बारे में जागरूकता बेहद जरूरी है: सीएस
सिविल सर्जन डॉ श्रीकांत दुबे ने बताया कि परिवार नियोजन के विषय में महिलाओं को जागरूक करना आवश्यक है। तभी लगातार बढ़ती जनसंख्या पर नियंत्रण सम्भव है। उन्होंने बताया कि परिवार नियोजन हेतु स्थायी व अस्थायी तौर पर अनेक उपलब्ध साधनों में से कोई एक साधन चुन सकते हैं।
बंध्याकरण कराने पर दी जाती है प्रोत्साहन की राशि:
डीपीएम अमित अचल, डीसीएम राजेश कुमार एवं जिला अनुश्रवण पदाधिकारी विनय कुमार सिंह ने बताया कि सरकारी अस्पताल में निः शुल्क सुरक्षित प्रसव कराया जाता है। साथ ही आर्थिक सहायता भी दी जाती है। जिसका लाभ सभी को उठाना चाहिए।vनसबंदी के लिए पुरुष लाभार्थी को 3000 रुपए एवं महिला बंध्याकरण के लिए लाभार्थी को 2000 रुपए की प्रोत्साहन की राशि लाभार्थियों के खाते में भेजी जाती है।