स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों शहीदों के परिवारों का ऋण उतारें सरकारें- जितेन्द्र रघुवंशी 

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  • स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, शहीदों, उनके परिवारों का सम्मान देश का सम्मान है-  राकेश प्रताप सिंह 
  • अमिट छाप छोड़ते हुए सम्पन्न हुई स्वतंत्रता सेनानी शहीद सम्मान यात्रा 
अशोक  वर्मा
अमेठी :  स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार समिति के तत्वावधान में संगठन के उत्तरप्रदेश ईकाई के अध्यक्ष राजेश कुमार सिंह तथा उनके सहयोगियों  के नेतृत्व में शहीद स्मारक कादूनाला, मुसाफिरखाना से आरम्भ लगभग 100 से भी अधिक वाहनों तथा रथों से सुसज्जित स्वतंत्रता सेनानी शहीद सम्मान यात्रा लगभग 35 किलोमीटर की दूरी तय कर अपनी अमिट छाप छोड़ते हुए जब गौरीगंज पहुंची तो स्थानीय विधायक राकेश प्रताप सिंह तथा ब्लाक प्रमुख उमेश प्रताप सिंह ने अगवानी की। अपर जिलाधिकारी ने सम्मान यात्रा का स्वागत करते हुए स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों शहीदों के पद रज का कलश ग्रहण किया, जो जिला मुख्यालय में संरक्षित किया जाएगा। इसके पूर्व शहीद स्मारक मुसाफिरखाना में महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी श्री भइया बहादुर सिंह तथा जितेन्द्र रघुवंशी, चन्द्रप्रकाश वाजपेयी ने संयुक्त रूप से ध्वजारोहण किया।  ध्वजारोहण के पश्चात कादूनाला में शहीद परिवारों को अंगवस्त्र तथा स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।  देश के अन्य प्रान्तों से आए पराक्रमी भाई बहन सहित उपस्थित जन समुदाय सम्मान यात्रा में प्रवाहित देशभक्ति में आकंठ डूब गए। समूचा सम्मान यात्रा मार्ग देशभक्ति गीतों *स्वतंत्रता संग्राम सेनानी अमर रहें, आजादी के बलिदानी शहीद अमर रहें, भारत माता की जय, वन्दे मातरम* के नारों से आकाश मंडल गुंजित हो गया।
             सम्मान यात्रा के ब्लॉक आफिस पहुंचने पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी श्री भइया बहादुर सिंह, स्थानीय विधायक राकेश प्रताप सिंह, संगठन के राष्ट्रीय महासचिव जितेन्द्र रघुवंशी, ने शिलापट्ट तथा 25 मीटर ऊंचाई पर स्थापित तिरंगे झण्डे का लोकार्पण संयुक्त रूप से किया। उत्तरप्रदेश ईकाई के अध्यक्ष राजेश कुमार सिंह ने अपने सहयोगियों के साथ अतिथियों का सम्मान करते हुए बैठक का प्रयोजन तथा स्वागत उद्बोधन किया। मुख्य वक्ता राष्ट्रीय महासचिव जितेन्द्र रघुवंशी ने उपस्थित स्वतंत्रता सेनानी शहीद परिवारों तथा अतिथियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव में माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा आजादी के शताब्दी समारोह तक *“स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के सपनों का भारत बनाएंगे”* की घोषणा की गई थी, बाद में भी विभिन्न मंचों से माननीय प्रधानमंत्री जी ने इस संकल्प को दोहराया, किन्तु स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के सपने क्या थे, यह जानकारी सरकार को कहां से मिलेगी? यह तो उनके वंशज ही बता पाएंगे, अत: केन्द्र एवं राज्य सरकारों को चाहिए कि स्वतंत्रता सेनानी शहीद परिवारों को अपने सहयोगी के रूप में उचित स्थान दे। हमारे पूर्वजों के त्याग और बलिदान से भारत माता गुलामी की जंजीरों से मुक्त हुईं, जब हमारे पूर्वज जेलों में यातनाएं भुगत रहे थे, अंग्रेजों के कोड़े खा रहे थे, उस समय जो असह्य वेदना वीरांगनाओं और उनकी संतानों ने झेली हैं, उसका वर्णन संभव नहीं है। सन्तानों की शिक्षा बाधित हुई, दर दर की ठोकरें खाईं, उस दर्द का एहसास अभी तक सरकारों ने नहीं किया, जबकि आजादी के बाद उनके परिवारों का लालन पालन तथा शिक्षा दीक्षा की व्यवस्था सरकारों को करना चाहिए था, अभी तक भी किसी भी प्रकार का सार्थक कदम न उठाने से देश भर के लगभग दो करोड़ स्वतंत्रता सेनानी शहीद परिवारों के उत्तराधिकारियों में आक्रोश व्याप्त है।
            माननीय अतिथियों को सरकार के दायित्व का बोध कराते हुए राष्ट्रीय महासचिव जितेन्द्र रघुवंशी तथा राजेश कुमार सिंह ने माननीय यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के नाम अधिकार पत्र सौंपते हुए आग्रह किया कि उत्तराखण्ड, पंजाब तथा असम सरकार की भांति स्वतंत्रता सेनानी परिवारों को सम्मान पेंशन देने, राज्य परिवहन की बसों में नि:शुल्क यात्रा की सुविधा देने, लखनऊ में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के अंशदान से निर्मित स्वतंत्रता सेनानी सदन का जीर्णोद्धार करने, हर जिले में स्वतंत्रता सेनानी सेवा सदन बनाने, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की जीवनी पाठ्यक्रम में शामिल करने, नगर निकायों में स्वतंत्रता सेनानी परिवारों को मनोनीत करने तथा स्वतंत्रता सेनानी परिवार कल्याण परिषद को पुनर्जीवित करने जैसे महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर तत्काल विचार करके सरकार स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों शहीदों के परिवारों का ऋण उतारें। रघुवंशी ने उत्तरप्रदेश के स्वतंत्रता सेनानी शहीद परिवारों के उपस्थित भाई बहनों को अपनी संयुक्त शक्ति का एहसास कराने के लिए तिरंगे की साक्षी में *हर महीने प्रथम रविवार दस बजे दस मिनट स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों शहीदों के नाम* अभियान को पूरे पराक्रम के साथ कार्यान्वित करने के लिए संकल्पित किया।
           विधायक राकेश प्रताप सिंह ने उपस्थित स्वतंत्रता सेनानी शहीद परिवारों को आश्वासन दिया कि हमें जो अधिकार पत्र माननीय मुख्यमंत्री महोदय के लिए दिया गया है, उसका संज्ञान लेकर स्वतंत्रता सेनानी शहीद परिवारों के हितों की रक्षा के उचित कदम उठाने का आग्रह करेंगे। विधायक ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, शहीदों और उनके परिवारों का सम्मान देश का सम्मान है, आज सोचने का दायरा छोटा हो गया है, इसलिए स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और उनके परिवारों की समस्याओं तथा उनके सम्मान की ओर सरकारों ने उचित ध्यान नहीं दिया, अब तत्काल ही उचित कदम उठाए जाएंगे, ऐसा हमारा विश्वास है। गौरीगंज अमेठी में ऐसा प्रेरणादायी कार्यक्रम आयोजित करने के लिए राजेश कुमार सिंह की उन्होंने भूरि भूरि प्रशंसा की ।
            कार्यक्रम में पधारे संगठन सचिव कपूर सिंह दलाल हरियाणा, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चन्द्र प्रकाश बाजपेयी छत्तीसगढ़, सुरेश चन्द्र बबेले, भगवत शरण पस्तोर, परमजीत सिंह टिवाना पंजाब, डॉ राजा भइया मिश्रा मध्य प्रदेश सुरेश चन्द्र सुयाल उत्तराखण्ड, कमल अग्रवाल, छतरपुर, अरुण प्रताप सिंह सतना, सन्तोष सिंह सिरमौर, प्रसन्न सिंह परिहार रीवा, प्रमोद कुमार द्विवेदी नागौद, जितेन्द्र सिंह छोटू पगार तथा कृष्णेन्द्र सिंह कोठी ने भी स्वतंत्रता सेनानी शहीद परिवारों को सम्बोधित करते हुए संगठन को मजबूत बनाने की प्रेरणा दी। कार्यक्रम में शामिल सभी उत्तराधिकारियों का सम्मान अंगवस्त्र तथा स्मृति चिन्ह देकर राजेश कुमार सिंह तथा उनके सहयोगियों द्वारा किया गया। सम्मेलन की व्यवस्था में स्थानीय संगठन के सभी पदाधिकारियों ने अपनी सेवायें देकर सबका दिल जीत लिया। कार्यक्रम का सफल संचालन सुरेश चन्द्र सुयाल ने किया।
            इस विशाल आयोजन की ऐतिहासिक सफलता में  गौरीगंज विधायक राकेश प्रताप सिंह,  ब्लाक प्रमुख उमेश प्रताप सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक राजेश मिश्रा, अशोक द्विवेदी, श्री चन्द्र तिवारी, अनीस अहमद, विश्वमणि तिवारी, समर बहादुर सिंह, संतोष श्रीवास्तव, विश्वंभर तिवारी, पवन तिवारी, नीरज सिंह,  अशोक कुमार द्विवेदी, रमा निवास मिश्रा, वीरेंद्र तिवारी ,संजय सिंह, पूजा शुक्ला, मोहम्मद अनीस, नीरज सिंह, संजय सिंह, सोम जी, धीरेंद्र प्रताप सिंह, जितेंद्र यादव, अजय गुप्ता, राजेश यादव, अमित प्रताप सिंह, राम सिंह यादव, श्याम सुंदर, मानसिंह राठौर, अरुण सिंह, रविंद्र सिंह, बाल बिहारी इंटर कॉलेज के प्रबंधक और समस्त स्टाफ, सर्वोदय इंटर कॉलेज के बच्चे एवं प्रबंधक, धर्मेंद्र सिंह तथा यशपाल सिंह का सराहनीय योगदान रहा।
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