- गृह रक्षा वाहिनी के भरोसे थाना लेखक( मंशी ) का काम
- चौकीदार के भरोसे रक्सौल पुलिस निरीक्षक के रीडर का काम
- एसपीओ लिखते हैं केश अनुसंधान की डायरी
रक्सौल भारत नेपाल अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर सीमा पर अवस्थित रक्सौल थाना में सभी कार्य वरीय पदाधिकारी के आदेश को ठेंगा दिखाते हुए होता है ऐसा हम नहीं स्थानीय रक्सौल वासी का कहना है रक्सौल प्रखंड क्षेत्र निवासी मुन्नी देवी का कहना है बिहार पुलिस हेल्पलाइन पटना व्हाट्सएप मोबाइल फोन नंबर के माध्यम से एक शिकायत दर्ज किया गया था जिसको लेकर स्थानीय रक्सौल थाना को वहां से जांच के लिए मैसेज आया था लेकिन कोई पदाधिकारी आज तक जांच करने नहीं पहुंचे इसके बारे में जब जानकारी लेने के लिए थाना अध्यक्ष के मोबाइल पर फोन किया गया तो प्रभारी थाना अध्यक्ष ने बताया इस तरह का कोई जानकारी मुझे प्राप्त नहीं है।
वहीं दूसरी ओर एक और ग्रामीण नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया पत्रकार साहब थाना की स्थिति बद से बदतर बनी हुई है हर एक काम के लिए पैसा का डिमांड किया जाता है हाल ही में एक मोटरसाइकिल चोरी का केस दर्ज करवाने को लेकर मैं जब थाना पहुंचा तो थाना अध्यक्ष ने अपने रीडर चौकीदार परशुराम कुमार पंडित से बात करने के लिए बोलने लगे। रक्सौल के आसपास के लोगों का कहना है रक्सौल थाने में प्राइवेट रूप में कई एक कर्मी मौजूद हैं जो थाना में दलाली का काम करता है। वैसे ही समाजसेवी राजन गुप्ता का कहना है रक्सौल थाने में गृह रक्षा वाहिनी के रूप में चंदन कुमार श्रीवास्तव जिनका कमाना से लगभग 2 साल पहले रक्सौल थाना के लिए कटा था लेकिन सेवा समाप्त हो जाने के बाद भी थाना लेखक ( मंशी ) रूप में कार्य करते हैं जबकि थाना लेखक के रूप में सुनील कुमार नामक किसी व्यक्ति का पदस्थापन हुआ है और अधिक जाने पर उन्होंने बताया रक्सौल थाना इंस्पेक्टर सह पुलिस निरीक्षक के रीडर के रूप में चौकीदार परशुराम कुमार पंडित कई वर्षों से पोस्टेड है जबकि डीजीपी साहब का आदेश है किसी भी चौकीदार को किसी भी थाने में प्रयुक्त नहीं किया जाएगा सभी चौकीदार अपने-अपने थाना क्षेत्र में नियमित गश्ती करेंगे क्षेत्र का जायजा लेंगे लोगों से मिलेंगे क्षेत्र के समस्याओं से थाना अध्यक्ष को अवगत कराएंगे उसके बावजूद भी थाना अध्यक्ष के द्वारा इन लोगों को दलाली करने के लिए रखा गया है। वही जब इस संदर्भ में स्थानीय थाना अध्यक्ष के सरकारी मोबाइल फोन नंबर पर संवाददाता के द्वारा जानकारी के लिए फोन किया गया तो सवाल करते ही साहब आग बबूला हो गए और पत्रकार को ही धमकी देने लगे जिसका कॉल रिकॉर्ड साक्ष्य के तौर पर पत्रकार के पास मौजूद हैं वही जब अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के सरकारी मोबाइल फोन नंबर पर फोन किया गया तो अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी का कहना था आपको कोई पर्सनल यीशु है तो बताइए आप क्यों इन लोगों के पीछे पड़े हैं जिसका भी कॉल रिकॉर्ड साक्ष के तौर पर पत्रकार के पास उपलब्ध वही और आगे जानने की जिज्ञासा हुई तो गृह रक्षा वाहिनी के जवान चंदन कुमार को फोन किया गया तो उन्होंने भी रक्सौल पुलिस का पोल खोल के रख दिया जिसका भी रिकॉर्ड साक्ष्य के तौर पर पत्रकार के पास उपलब्ध है। लेकिन धन्यवाद करेंगे जिला पुलिस कप्तान श्री कमतेश मिश्रा सर जी को जिन्होंने फोन करने के तुरंत बाद संबंधित थाना अध्यक्ष से बातचीत कर दिशा निर्देश देकर रीडर के पोस्ट से चौकीदार परशुराम कुमार पंडित को हटा दिया गया है और साथ ही साथ गृह रक्षा वाहिनी के जवान चंदन कुमार श्रीवास्तव को भी हटा दिया गया है।
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