राज्य के सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में माताओं को दिया जा रहा है “जच्चा-बच्चा किट”

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  • संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिए विभाग ने शुरू की पहल
  • किट में पौष्टिक आहार उपलब्ध
पटना- अब सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में प्रसव कराने वाली माताओं को समुचित उपचार के साथ-साथ पोषण का भी विशेष ख्याल रखा जा रहा है. इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग के ने विशेष पहल की है. अब सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में प्रसव कराने वाली माताओं को डिस्चार्ज के दौरान जच्चा-बच्चा किट दिया जा रहा है. इस किट में सुधा स्पेशल घी, खिचड़ी प्रीमिक्स, नमकीन दलिया प्रीमिक्स, राइस खीर प्रीमिक्स, सुधा ठेकुआ तथा बेसन बर्फी दिया गया है. यह योजना महिलाओं के सशक्तिकरण और उनके स्वास्थ्य के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है. सरकार का प्रयास है कि इस योजना के माध्यम से हर गर्भवती महिला को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें और मां और बच्चे दोनों स्वस्थ रहें. मंगल पांडेय, स्वास्थ्य मंत्री, बिहार सरकार द्वारा कई जिलों का भ्रमण कर किट वितरण की शुरुआत की जा रही है.
जच्चा-बच्चा की देखभाल से जुड़ी सतर्कता संबंधी जानकारी भी उपलब्ध:
प्राप्त जानकारी के अनुसार किट में जच्चा-बच्चा की देखभाल से जुड़ी सतर्कता संबंधी जानकारी प्रदान की जा रही है. इसमें संपूर्ण टीकाकरण की सूची भी दी जा रही है, जिससे पता चलेगा कि कौन सा टीका कब लगवाना है. मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य से जुड़ी विवरणिका में जननी सुरक्षा कार्यक्रम के तहत जांच और इलाज की पूरी जानकारी उपलब्ध करायी गयी है.
मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य में सुधार:
स्वास्थ्य विभाग की इस पहल का उद्देश्य सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में प्रसव को प्रोत्साहित करना, प्रसव के बाद माताओं की बेहतर देखभाल सुनिश्चित करना और नवजात शिशुओं को सुरक्षित शुरुआत देना है. कॉमफेड द्वारा तैयार किया गया किट टैम्पर प्रूफ है और स्वच्छता के मानकों के अनुरूप तैयार किया गया है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा यह कदम सेवा भाव से उठाया गया है जिससे स्वास्थ्य एवं पोषण के मानकों में सुधार लाया जा सके.
पीओजीएस की सचिव डॉ. अमिता ने कहा कि नवजात की माँ को पोषक खाद्य सामग्री की जरुरत होती है जिससे प्रसव के बाद उनकी उर्जा और स्वास्थ्य दुबारा नार्मल हो सके. प्रसव के बाद महिलाओं का पौष्टिक खाना खाना उन्हें एनीमिया के खतरों से सुरक्षित रखता है.
संस्थागत प्रसव को मिलेगा बढ़ावा:
इस पहल से जिला सहित राज्य में संस्थावत प्रसव को बढ़ावा मिलेगा. किट के उपलब्ध होने से महिलाओं का अब प्रसव के लिए सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों की तरफ रूचि बढ़ेगी. यह महिलाओं एवं उनके परिजनों के लिए एक आकर्षण साबित होगा. “जच्चा-बच्चा कीट” में महिलाओं के लिए लगभग सभी जरुरी पोषक खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराये गए हैं. अगर महिला के परिवार वाले किसी कारण से उसे पोषण सामग्री नहीं उपलब्ध करा पाते हैं, उस सूरत में यह किट महिला की पोषण की जरूरतों को पूरा करेगा.
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