- पोस्टर के माध्यम से डेंगू संबंधित जानकारी किया गया प्रदर्शित
- डेंगू से बचाओ हेतु साफ सफाई पर देना चाहिए ध्यान
- डेंगू होने पर एस्प्रिन या ब्रूफेन समूह की दवा नहीं लेनी चाहिए
- बुखार के लिए पैरासिटामोल सुरक्षित दवा है
सीतामढ़ी। जिला भीबीडी नियंत्रण कार्यालय के तत्वावधान मे एएनएम ट्रेनिंग स्कूल के प्रांगण मे ” राष्ट्रीय डेंगू दिवस ” मनाया गया जिसमे जिला भीबीडी नियंत्रण पदाधिकारी डा रवीन्द्र कुमार यादव ने डेंगू और चिकनगुनिया के कारण, लक्षण, बचाव, जांच व उपचार के बारे मे जानकारी दी। नर्सिंग स्कूल की छात्राओं ने पोस्टर पेंटिंग के माध्यम से डेंगू से संबंधित जानकारी प्रदर्शित किए। साथ ही इस वर्ष के थीम – ” देखें, साफ करें, ढकें, डेंगू से बचाव करेॅ ” विषय पर अभिभाषण मे छात्राओं ने अपने विचार भी रखे जिसके लिए पोस्टर प्रदर्शन मे प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त तीन टीम को शील्ड तथा अभिभाषण हेतु पांच छात्राओं को मेडल देकर सम्मानित किया गया।
डॉ यादव ने बताया कि डेंगू वायरस से होने वाली बीमारी है जो एडिस इजिप्टीस नामक मच्छर से फैलता है। यह मच्छर दिन मे काटता है और साफ पानी मे पनपता है। इससे बचाव हेतु दिन मे भी मच्छरदानी का प्रयोग करना चाहिए और घर के आसपास जल जमाव नहीं होने देने चाहिए। टूटे फूटे बर्तन, टायर आदि को नष्ट कर देना चाहिए तथा कूलर, फ्रिज, गमला के पानी को सप्ताह मे कम से कम 2 दिन अवश्य बदलना चाहिए। पानी के टंकी, बर्तन आदि को ढंक कर रखने चाहिए। बुखार, आंख के पीछे, हड्डी, जोड़ मे दर्द, काला पैखाना होने, बदन पर चकत्ते आदि होने पर पर चिकित्सकीय परामर्श लेना चाहिए और एस्प्रीन या ब्रूफेन समूह की दवा नहीं खानी चाहिए। बुखार के लिए पैरासिटामोल सुरक्षित दवा है । पानी अधिक पीना चाहिए।
हर बुखार डेंगू नहीं होता। सावधानी व ससमय उपचार से डेंगू ठीक हो जाता है। डेंगू के निशुल्क जांच की सुविधा सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर उपलब्ध है।
सभा मे सभी के द्वारा सदर अस्पताल के जीएनएम आशीष शर्मा के असामयिक मृत्यु पर शोक व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति हेतु प्रार्थना की गई।
