- डीएम की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग की हुई मासिक समीक्षात्मक बैठक
- भव्या एवं एचएमआईएस पोर्टल पर सही डाटा हो उपलोड एवं प्रत्येक माह हो डाटा वैलिडेशन
- एईएस/जेई से बचाव के लिए जागरूकता जरुरी
- परिवार नियोजन कार्यक्रम पर दें विशेष ध्यान
मोतिहारी। स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित राजेंद्र भवन सभागार में आयोजित की गईं। जिसमें जिले मे उपलब्ध हो रहीं स्वास्थ्य सुविधाओं, भव्या कार्यक्रम, ओपीडी सेवा सुनिश्चित कराने के साथ एचएमआईएस पोर्टल पर डाटा समय से अपलोड कराए जाने क़ो लेकर एवं स्वास्थ्य केंद्र पर उपलब्ध सभी सेवाओं का प्रखंडवार उपलब्धियों की समीक्षा की गईं। साथ ही बैठक मे मुख्यमंत्री डिजिटल हेल्थ योजना अन्तर्गत भव्या कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी देने के साथ ही भव्या के सभी मॉड्यूल पर क्षमता वर्धन भी किया गया। मौके पर डीएम के द्वारा सभी प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारीयों को निर्देश दिया गया की सभी डॉ समय ओपीडी सेवा देना एवं डाटा क़ो अपडेट करना सुनिश्चित करें, सभी मरीजों का शत-प्रतिशत वायटल जांच किया जाय। सभी मरीजों का ऑनलाइन कंसलटेशन सुनिश्चित किया जाए। अस्पताल मे आए हुए मरीजों का आयुष्मान आईडी बनाया जाए।
स्वास्थ्य केंद्र में आए मरीजों क़ो स्कैन एंड शेयर के माध्यम से रजिस्ट्रेशन कराने के लिए प्रोत्साहित किया जाय ताकि रजिस्ट्रेशन काउंटर पर भीड़ से बच सके।ओपीडी व्यवस्था को पूर्णतःडिजिटलाइजेशन करते हुए पेपरलेस करने पर जोर दिया जाए।एएनएम अथवा स्टॉफ नर्स द्वारा मरीजों की वाईटल, चीफ कम्प्लेन आदि दर्ज करने का निर्देश दिया गया। सिविल सर्जन डॉ रविभूषण श्रीवास्तव ने एईएस/जेई के मरीजों, ईलाज, अस्पताल व्यवस्था की जानकारी दी, उन्होंने बताया की ऐसे कोई लक्षण दिखे तो तुरंत बच्चे क़ो लेकर सरकारी अस्पताल ले आए ताकि ईलाज उपलब्ध कराया जा सकें। इसको लेकर आशा व स्वास्थ्य कर्मियों के साथ जागरूकता फैलाई जा रहीं है। जिले में बेहतर चिकित्साकीय कार्य करने पर सदर अस्पताल की डॉ रश्मि श्री, डॉ सुरुचि, रवि भूषण सिंह, एंव ब्रजेश ओझा क़ो राज्य द्वारा सम्मानित किया गया है।जिले के अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी अमानुल्लाह अमन जिला प्रतिनिधि पीएसआई इंडिया के द्वारा परिवार नियोजन कार्यक्रम से संबंधित सूचकांक पर प्रस्तुतीकरण किया गया। प्रदर्शित डाटा में वित्तीय वर्ष 2024-25 महिला बंध्याकरण में जिले की उपलब्धि 58%, पीपीआईयूसीडी 20% एंव इन्जेक्शन अंतरा में 101 प्रतिशत की उपलब्धि थी। साथ हीं जिला प्रतिनिधि पीएसआई इंडिया के द्वारा जिला पदाधिकारी महोदय से निवेदन किया गया की जिले अंतर्गत सभी स्वास्थ्य केन्द्र के शल्य कक्ष को सुदृढ़ किया जाए। बैठक में सिविल सर्जन, एसीएमओ, जिला सुचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी, डीपीएम, अनुश्रवण पदाधिकारी, डीसीएम, डीपीसी, सभी प्रखंड के एमओआईसी, पीएसआई इंडिया,डब्लूएचओ, यूनिसेफ़, पिरामल स्वास्थ्य, सी3, सिफार एवं भव्या के जिला प्रतिनिधि व अन्य स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थे।
