अशोक वर्मा
मोतिहारी : प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी नगर के उच्च पद किनारे दोराहा बाबा आश्रम में चल रहे सद्गुरु महायज्ञ के सातवें दिन अयोध्या से पधारे संत छोटे बापूजी महाराज के प्रवचन में सीताराम विवाह प्रसंग सुनकर आनंदित हुए श्रद्धालु । श्री राम कथा के सातवें दिन संत छोटे बापू जी महाराज ने सीता माता की विदाई वन गमन केवट प्रसंग भरत चरित्र पर प्रकाश डाला उन्होंने कहा कि दशरथ जी महाराज के मन में राम राम जी को राजा बनाने का भाव जागृत हुआ उन्होंने घोषणा कर दी कल राम राजा बनाए जाएंगे मन के कुसंगति के कारण कैकई में दशरथ जी से दो वरदान मांगे श्री राम जी का वनवास और भरत जी के लिए राज्य सिंहासन परंतु श्री भरत जी ने अयोध्या के सिंहासन को इस प्रकार से त्याग दिया जैसे कोई साधारण वस्तु का त्याग महापुरुष जन करते हैं नंदीग्राम में जाकर के तपस्या पूर्वक जीवन व्यतीत करके भगवान की प्रतीक्षा करने में लगे , माता-पिता की सेवा भाई भाई का प्रेम समाज का कार्य यह सभी कर्तव्यों का सम्यक रूप से पालन करने की शिक्षा इस अयोध्या कांड से मिलती है भगवान श्री राम जी बताते हैं जीवन के कठिन से कठिन परिस्थिति में भी अपनों का साथ कभी नहीं छोड़ना चाहिए रामायण के पात्र भरत के चरित्र से हमें भाई-प्रेम, त्याग, संयम, धैर्य, और ईश्वर-प्रेम की सीख मिलती है. भरत के चरित्र को आस्था, त्याग, और भक्ति की मिसाल माना जाता है.
अच्छा चीज मनुष्यों के बस में नहीं होती
हानि लाभ जीवन मरण जस अपजस इसलिए जो अपने बस में ना हो उसकी चिंता करना छोड़ करके धर्म में आचरण करते हुए अपने कर्तव्य का पालन करना चाहिए आज केसरी राम कथा का व्यास पूजन भूमि समर्पण डाटा सुपुत्र विनोद जालान और सातवें दिवस के श्री राम कथा का विधिवत दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ पटना के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर मनोज केसरी डॉक्टर मीनू मिश्रा ने संयुक्त रूप से किया यज्ञ संयोजक राम भजन ने बताया कि 6 अप्रैल कल रामनवमी के अवसर पर श्री राम कथा सुबह 9:00 बजे से प्रारंभ होगी और 12:00 बजे श्री रामनवमी जन्मोत्सव मनाया जाएगा 1:00 बजे महा भंडारा और यज्ञ की पूर्णाहुती होगी और श्री राम नाम संकीर्तन 9 अप्रैल तक चलेगा!
