बढ़ती जनसंख्या पर रोक हेतु पुरुष नसबन्दी पखवाड़ा का हो रहा है आयोजन

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  • 17 नवम्बर तक “दम्पत्ति सम्पर्क सप्ताह एवं 18 नवम्बर से 30 नवम्बर, 2024 तक “परिवार नियोजन सेवा पखवाड़ा का होगा आयोजन 
  • जागरूकता के लिए जिला स्वास्थ्य समिति से सारथी रथ रवाना
बेतिया। जिला स्वास्थ्य समिति बेतिया से सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रमेश चंद्रा, डीसीएम राजेश कुमार ने हरी झंडी दिखाकर माइकिंग के साथ बढ़ती जनसंख्या पर रोक हेतु पुरुष नसबन्दी के बारे में लोगों को जागरुक करने के उद्देश्य से सारथी रथ रवाना किया। सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार ने बताया कि सभी प्रखंडों के प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा सारथी रथ से माइकिंग व सघन प्रचार प्रसार अभियान चलाया जाएगा। 30 नवम्बर तक जिलों में मिशन परिवार विकास अभियान अंतर्गत पुरुष नसबंदी पखवाड़ा आयोजित किया जा रहा है। इस दौरान 17 नवम्बर, 2024 तक “दम्पत्ति सम्पर्क सप्ताह एवं 18 नवम्बर से 30 नवम्बर, 2024 तक “परिवार नियोजन सेवा पखवाड़ा संपादित किया जाना है। इसके अंतर्गत पूरे राज्य में जनसंख्या स्थिरीकरण के प्रति जागरूकता उत्पन्न करना, परिवार नियोजन कार्यक्रम अंतर्गत उपलब्ध सेवाओं की जानकारी आमजन तक पहुंचाना तथा योग्य दम्पतियों को इच्छित सेवा प्रदान करना है। पुरुष नसबंदी पखवाड़ा के बेहतर प्रबंधन एवं अन्य विभागों से समन्वय हेतु जिला स्तर पर जिला पदाधिकारी के अध्यक्षता में सम्बद्ध विभाग के जिला स्तरीय पदाधिकारी/सलाहकार एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी/सलाहकार के साथ बैठक का आयोजन किया जाय। प्रखंड स्तर पर भी प्रखंड विकास पदाधिकारी की अध्यक्षता में सम्बद्ध विभाग के पदाधिकारी/सलाहकार के साथ समन्वय बैठक का आयोजन किया जाना है।
डीसीएम राजेश कुमार ने बताया कि जिले के 18 प्रखंडों के सभी पीएचसी में 75 महिला बंध्याकरण एवं 05 पुरुष नसबंदी करने का लक्ष्य रखा गया है। इस तरह कुल 1350 महिला बंध्याकरण एवं 90 पुरुष नसबंदी विश्व जनसंख्या दिवस के उपलक्ष्य में कराया जाएगा। जिले के आशा समन्वयक राजेश कुमार ने कहा कि इस दौरान महिलाओं को कापर टी लगाया जाएगा। इस दौरान अंतरा, गर्भनिरोधक गोलियां, माला एन, कंडोम के बारे में आशा, एएनएम द्वारा जागरूक करते हुए समझाकर उपलब्ध कराया जाएगा।
नसबंदी के लिए पुरुष लाभार्थी को 3000 रुपये दिए जाएंगे: 
डीसीएम ने बताया कि सरकारी अस्पताल में निशुल्क सुरक्षित प्रसव कराया जाता है। साथ ही आर्थिक सहायता भी दी जाती है। नसबंदी के लिए पुरुष लाभार्थी को 3000 रुपये एवं महिला बंध्याकरण के लिए लाभार्थी को 2000 रुपये की प्रोत्साहन की राशि लाभार्थियों के खाते में भेजी जाती है।
इस मौके पर सीएस, डीसीएम, एसीएमओ, एनसीडीओ, महामारी पदाधिकारी, पीएसआइ इंडिया के जिला प्रतिनिधि व अन्य लोग उपस्थित रहे।
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