अशोक वर्मा
नोएडा : वटवृक्ष पूजनोत्सव पर सुपरटेक परिसर में संचालित ब्रह्माकुमारी सेवा केंद्र प्रभारी बीके राधा दीदी के निर्देशन मे आध्यात्मिक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया.
उक्त विशेष पूजा के अवसर पर शिव मंदिर परिसर में स्थापित शिवलिंग की एवं परिसर स्थित वटवृक्ष की पूजा करने काफी माता बहने पधारी थी . पूजा कर लौटने के क्रम में ब्रह्माकुमारी स्थानीय सेवा केंद्र द्वारा लगाए गए आध्यात्मिक चित्र प्रदर्शनी के रहस्य को समझने माता एव भाई बहने खींचे खींचे आए। चित्रों में मानव जीवन का लक्ष्य,आत्मा का परिचय, सृष्टिचक्र चार युगो का रहस्य, शिव शंकर में अंतर,कल्पवृक्ष आदि था. चित्रों के आध्यात्मिक रहस्य पर बीके खुशबु और बिहार मोतिहारी के बी केअशोक भाई ने विस्तार से बताया. बीके खुशबु ने बताया कि मानव जीवन का लक्ष्य नर से नारायण और नारी से लक्ष्मी बनने का होता है. आत्मा के चित्र पर समझाते हुए उन्होंने कहा कि मनुष्य ने शरीर को ही आज सब कुछ समझ लिया है जो एक बेसिक भूल है। मुख्य रूप से हम शरीर नही आत्मा हैं ।अगर हम आत्मा समझे तो देह अभियान में कभी नहीं आएंगे। आज के दिन सारे समस्याओं का मूल कारण देह अभिमान हीं है।ब्रह्माकुमारी के ईश्वरीय पढ़ाई एवं सहज राज्योग का अभ्यास कर एवर हेल्दी, एवर वेल्दी एवं हैप्पीनेस का जीवन बना सकते है।चार युगों पर उन्होंने बताया कि 5000 वर्ष पर कल्प समाप्त होता है और नई दुनिया सतयुग आरंभ होती है. उन्होंने सृष्टि चक्र के चित्र और चार युगो पर विस्तार से बताया. शिव शंकर में अंतर ,कल्पवृक्ष ,सहज राजयोग के अभ्यास से अष्ट शक्तियो की प्राप्ति पर भी उन्होंने विस्तार से जानकारी दी. मोतिहारी बिहार से पधारे बीके अशोक वर्मा ने चित्रों के आध्यात्मिक रहस्य पर बताया कि प्रत्येक 5000 वर्ष के कल्प समाप्ति पर 100 वर्षों का पुरुषोत्तम संगम युग़ होता है इस युग में परमात्मा अवतरित होकर मूल्य विहीन आत्माओं में शक्ति भरते है।आत्माये सतयुगी संस्कार भरकर सतयुग में आती है।यह भी कहा कि अब नई दुनिया शीघ्र आरंभ होने जा रही है.अभी भाग्य बनाने का अवसर है.परमात्मा मुफ्त में श्रेष्ट भाग्य बाँट रहे हैं जो जितना लेना चाहे ले सकता है। उक्त अवसर पर बीके खुशबु,बीके अशोक वर्मा,बी के बदामी माता ने ईश्वरीये सन्देश वाली पर्चा का वितरण भी किया।
