अशोक वर्मा
मोतिहारी : पूर्वी चंपारण जिला भाजपा मलिक कार्यालय में ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियन द्वारा अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस मनाया गया जिसकी अध्यक्षता ऐक्टू के जिला सचिव विष्णुदेव प्रसाद यादव ने की। कार्यक्रम में सर्वप्रथम अमेरिका के शिकागो में 1मई1886 में 8घंटे के कार्यदिवस की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे शहीद मजदूर नेताओं की तस्वीर पर फूल माला चढ़ाकर श्रद्धासुमन अर्पित किया गया और 1मिनट की मौन श्रद्धांजलि दी गई।
इस मौके पर उपस्थित मजदूरों को संबोधित करते हुए नेताओं ने कहा कि 1मई का दिन पूरी दुनिया के मजदूरों के लिए गर्व का दिन है जिस दिन अपने संघर्षों की बदौलत मजदूरों ने 8घंटे के कार्यदिवस के अधिकार को हासिल किया।तब से लेकर अब तक मजदूरों ने लंबा सफर तय किया है।लेकिन आज फिर पूरी दुनिया में पूंजीपति वर्ग मजदूरों के अधिकारों पर हमला तेज कर दिया काम के घंटे बढ़ाए जा रहे हैं।लोकतांत्रिक अधिकारों में कटौतियां की जा रही हैं।वहीं बेरोजगारी,महंगाई और भुखमरी बढ़ रही है।मजदूरों की मजदूरों जबरन घटाई जा रही है।पूंजीवादी शोषण उत्पीड़न बढ़ रहा है।पूंजीपति वर्ग अपने मुनाफे के लिए दुनिया को युद्ध में झोंकने की कोशिश कर रहा है।
जिसका नजारा यूक्रेन,फिलिस्तीन से लेकर ईरान पर हमले के रूप में दिख रहा है।
भारत में मोदी सरकार साम्राज्यवादी अमेरिका और ब्रिटेन के पूंजीपति शासकों के नक्शे कदम पर चल रही है।कोरोनाकाल में ही 44तरह के श्रम अधिकार कानूनों को खत्म कर 4लेबर कोड को लागू कर दिया है जो मजदूरों के लिए गुलामी का दस्तावेज है।उसी के तहत मजदूरों के संगठित होने और अपनी मांगों के लिए आवाज उठाने के अधिकार को भी सीमित कर दिया है।बहुत सारी सामाजिक कल्याण की योजनाओं को भी बंद कर दिया है।8घंटे के कार्यदिवस को बढ़ाकर 12घंटे का कार्यदिवस कर दिया है।
उपरोक्त मजदूर विरोधी कानूनी बदलाव के खिलाफ मजदूर संगठन आंदोलन करते रहे हैं लेकिन मोदी सरकार तानाशाही पूर्ण रवैया अपनाए हुए है और 4लेबर कोड को वापस लेने से इंकार कर दिया है।इसलिए इस मजदूर विरोधी तानाशाह मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए मजदूर मतदान करेंगे।
कन्वेंशन को भाकपा माले के वरिष्ठ नेता भैरव दयाल सिंह,महिला नेत्री ऐपवा की जिला संयोजक शबनम खातून,मजदूर नेता भोला राम,किसान नेता राघव प्रसाद,साहेब मुखिया आदि ने संबोधित किया।
308