- तेजस्वी को स्वीकार करना होगा कि वे बिहार के सबसे बड़े भ्रष्टाचारी परिवार के सबसे भ्रष्ट उत्तराधिकारी हैं
गया।भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रभाकर कुमार मिश्र ने पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर जमकर प्रहार किया। उन्होंने तेजस्वी यादव से सवालिया लहजे में कहा कि तेजस्वी को बिहार की जनता के सामने जवाब देना चाहिए कि क्या सीबीआई ने उन पर एवं सात अन्य लोगों पर क्रिमिनल कॉन्सपेरेसी, चीटिंग एवं क्रिमिनल मिसकंडक्ट का मामला दर्ज नहीं किया है ? मिश्र ने सोमवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर तेजस्वी से पूछा कि क्या है सही नहीं है कि महज 29 साल की उम्र में 5 मकान, 47 जमीन सहित कुल 52 संपत्ति के मालिक तेजस्वी यादव के खिलाफ बेनामी संपत्ति के आरोप में सीबीआई ने जब प्राथमिकी दर्ज की, ईडी और आईटी ने शिकंजा कसा, तो बचने के लिए बहाना बनाते हैं कि ये सारी संपत्ति तो तब की है जब जब वह नाबालिग थे। क्या यह हकीकत नहीं है कि कुल 52 संपत्तियों में से भ्रष्टाचारजनित 14 सम्पत्तियों के मालिक वे तब बने, जब वे या तो दुधमुँहे बच्चे थे या कक्षा 8-9 में पढ़ाई कर रहे थे। क्या यह सच नहीं है कि 23 संपत्तियों के मालिक वे उस समय बने, जब वे 24 वर्ष की उम्र के थे। क्या आपकी कुल 52 में से 23 संपत्तियों को आयकर विभाग, सीबीआई ने बेनामी घोषित कर औपबंधिक रूप से जब्त नहीं कर लिया था? मिश्र ने कहा कि सच तो यह है कि बिहार के सबसे बड़े मॉल के निर्माण का एग्रीमेंट 5 मई, 2016 को सुरसंड के राजद विधायक अबू की कंपनी साथ जब किया गया, तब तेजस्वी यादव केवल दाढ़ी-मूँछवाले ही नहीं, बल्कि राज्य सरकार के उपमुख्यमंत्री भी थे। तेजस्वी को बिहार की जनता के सामने अपनी अकूत बेनामी संपत्ति का हिसाब दें। नहीं, तो उन्हें स्वीकार करना होगा कि वे बिहार के सबसे बड़े भ्रष्टाचारी परिवार के सबसे भ्रष्ट उत्तराधिकारी हैं।
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