मामला बिहार के बेतिया जिले की है जहां इंडो-नेपाल बॉर्डर पर एसएसबी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए लहसुन से लदे आठ ट्रैक्टर को जब्त किया है। साथ ही 50 लाख की कॉस्मेटिक सामग्री भी बरामद की गर्द है। एसएसबी की इस कार्रवाई से इंडो-नेपाल बॉर्डर की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
आपको बता दे कि तमाम कोशिशों के बावजूद बॉर्डर पर तस्करी धड़ल्ले से जारी है। एक साथ आठ ट्रैक्टर लहसुन नेपाल से इंडिया में कैसे आए, इस पर अब सवाल उठने लगा है।
मिली जानकारी के अनुसार बुधवार की देर शाम एसएसबी और कस्टम विभाग ने सिकटा थाना क्षेत्र के पुरैनिया गांव में छापेमारी की थी। यहां उन्होंने आठ ट्रैक्टर पर 64 टन चाइनीज लहसुन बरामद किया और एक ट्रैक्टर से पचास लाख की कॉस्मेटिक सामग्री बरामद की गई है।
साथ ही दो तस्करों को भी एसएसबी ने गिरफ्तार किया है। एसएसबी 47वीं बटालियन के इंस्पेक्टर संजय कुमार शाह ने बताया कि गुप्त सूचना पर एसएसबी और कस्टम विभाग के अधिकारियों ने सिकटा के पुरैनिया गांव में छापेमारी की है, जहां भारी मात्रा में लहसुन और कॉस्मेटिक सामग्री बरामद की है। सभी जब्त ट्रैक्टर, लहसुन, कॉस्मेटिक सामग्री को मोतिहारी कस्टम विभाग को सौंप दिया गया है। मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है।
वही आपको बता दे कि नेपाल में इन चाइनीज लहसुन की खरीद करीब 100 रुपए प्रति किलो पड़ती है। जबकि इंडिया के बाजार में इसे 350-400 रुपए प्रति किलो बेचा जाता है। इसी कारण नेपाल के रास्ते चाईनीज लहसुन की तस्करी जोरों पर है।
हालांकि एसएसबी और कस्टम विभाग की इस कार्रवाई ने इंडो नेपाल बॉर्डर पर सुरक्षा की पोल खोल दी है। बॉर्डर पर तस्करों, सुरक्षाकर्मियों और स्थानीय पुलिस पर सवाल खड़ा हो गया है कि आखिर इतनी भारी मात्रा में चाइनीज लहसुन और कॉस्मेटिक सामग्री कैसे बॉर्डर पार किया है।
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