फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम की सफलता के लिए लोगों को करें जागरूक

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  • प्रभारी डीएम की अध्यक्षता में हुई जिला समन्वय समिति की बैठक
  • आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर अपने सामने खिलाएं सर्वजन दवा
  • स्कूलों में बूथ लगाकर खिलाई जाएगी सर्वजन दवा 
मोतिहारी। जिला समाहरणालय स्थित राजेंद्र प्रसाद सभागार में सोमवार को प्रभारी जिलाधिकारी की अध्यक्षता में सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम की सफलता को लेकर जिलास्तरीय समन्वय समिति की बैठक हुई। बैठक में सिविल सर्जन डॉ श्रवण कुमार पासवान और डीवीडीसीओ डॉ शरत चंद्र शर्मा ने पीपीटी के माध्यम से कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी दी। प्रभारी जिलाधिकारी ने कहा कि फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम की सफलता में जन जागरूकता बेहद जरूरी है, इसके लिए उन्होंने पदाधिकारियों को लगातार प्रचार प्रसार करवाने का निर्देश दिया। इस मौके पर उपस्थित सहयोगी संस्थाओं, आईएमए, अंजुमन इस्लामिया, आईसीडीएस, जीविका, पंचायती राज, शिक्षा विभाग व अन्य सभी अधिकारियों को जिले के सभी प्रखंडों में 10 फ़रवरी से शुरू हो रहे सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम में बारे में लोगों को जागरूक करते हुए सहयोग करने का निर्देश दिया। प्रभारी जिलाधिकारी ने बताया कि फाइलेरिया (हाथी पाँव) रोग से बचाव को निर्धारित आयु वर्ग के लोगों को दवा का सेवन कराना जरूरी है।
डब्लूएचओ की ज़ोनल कोऑर्डिनेटर डॉ माधुरी देवराजू ने कहा कि फाइलेरिया का परजीवी स्वस्थ व्यक्ति के शरीर के भीतर भी हो सकता है, जिससे बचने के लिए साल में एकबार फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन जरूरी है।
02 वर्ष से ऊपर के सभी स्वस्थ एवं योग्य व्यक्ति को खिलाई जाएगी दवा:
सिविल सर्जन डॉ श्रवण कुमार पासवान ने बताया कि 02 वर्ष से ऊपर के सभी स्वस्थ एवं योग्य व्यक्ति को डीइसी एवम एल्बेंडाजोल की दवा आशा, आशा फैसिलिटेटर एवं वॉलिंटियर्स के द्वारा घर-घर जाकर खिलायी जाएगी। उन्होंने बताया कि इस बार 17 दिवसीय अभियान चलाया जाएगा। शुरुआत में 3 दिन स्कूलों में बूथ लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य कर्मियों को निर्देश दिया गया है कि इस बात का ध्यान रखें कि 2 वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और गंभीर रूप से बीमार लोगों को दवा का सेवन नहीं कराना है। वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ शरद चंद्र शर्मा ने बताया कि बैनर, पोस्टर व प्रचार प्रसार के साथ सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम जिले के सभी 27 प्रखंडों में चलेगा। उन्होंने बताया कि उम्र के अनुसार ही दवा की खुराक दी जाएगी। दवा की डोज को लेकर दिशा-निर्देश दिए गए हैं। 02 से 5 साल तक के बच्चों को डीईसी की एक व अल्बेंडाजोल की एक गोली, 6 से 14 वर्ष के बच्चों और किशोरों को डीईसी की दो और अल्बेंडाजोल की एक गोली एवं 15 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को डीईसी की तीन व अल्बेंडाजोल की एक गोली खिलाई जाएगी। डॉ कुमार ने बताया कि 02 वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं  व गंभीर रूप से बीमार लोगों को सर्वजन दवा का सेवन नहीं करना है। इस मौके पर सीएस, डीसीएम, अंजुमन इस्लामिया, आईसीडीएस, जीविका सहित अन्य विभागों के पदाधिकारी, भीडीसीओ, पीसीआई, पिरामल, सिफार के जिला प्रतिनिधि व अन्य लोग उपस्थित थे।
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