सदर तथा करपी प्रखंड के आशा कार्यकर्ताओं की हुई ट्रेनिंग
अरवल, 20 जनवरी: जिला में 10 फरवरी से प्रारंभ होने वाले सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम को लेकर स्वास्थ्य विभाग की तैयारियां जोर शोर पर है. इस वर्ष तीन प्रकार की दवा का सेवन कराया जायेगा. इसे लेकर जिला के विभिन्न प्रखंडों में आशा कार्यकर्ता तथा आशा फैसिलीटेटर को ट्रेनिंग दी जा रही है. इस क्रम में शनिवार को अरवल सदर तथा करपी प्रखंड के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर सभी आशा कार्यकर्ता तथा आशा फैसिलीटेटर को दवा सेवन से संबंधित जरूरी प्रशिक्षण दिया गया. प्रशिक्षण अस्पताल प्रबंधक तथा प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक द्वारा दिया गया.
सर्वनज दवा सेवन कार्यक्रम की जोर शोर से हो रही तैयारियां
वीबीडीसी कंस्लटेंट मनोज कुमार ने बताया कि आशा कार्यकर्ताओं को दवा सेवन कराने के बारे में प्रशिक्षित किया गया है. दवा का सेवन दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और गंभीर बीमारी से ग्रसित लोगों को फाइलेरिया की दवा नहीं खिलायी जाती है. प्रशिक्षण के दौरान सभी दवा के डोज के बारे में जानकारी दी गयी. स्वास्थ्यकर्मियों को बताया गया कि अल्बेंडाजोल और डीईसी के साथ—साथ आइवरमेक्टिन दवा भी शामिल किया गया है. योग्य लाभार्थियों को दवा का सेवन उम्र और लंबाई के मुताबिक करना है. दो साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को चार सौ एमजी की एक अल्बेंडोजोल टेबलेट देनी है. पांच साल से कम उम्र के बच्चे जिनकी लंबाई 90 सेंटीमीटर से कम है उन्हें आइवरमेक्टिन नहीं देनी है. आशा को इस अभियान के पहले तीन दिन स्कूलों में बूथ लगाकर कर बच्चों, शिक्षकों सहित अन्य स्टाफ को दवा का सेवन कराना है. साथ ही अंगुली पर मार्क लगाना है. इसके बाद बाकी के 14 दिन तक आशा घर-घर जाकर लोगों को फाइलेरिया की दवा खिलायेंगी. जिन घर के योग्य लाभार्थियों ने दवा का सेवन किया है उस घर पर भी मार्क करना है. यह पूरा अभियान 17 दिनों का होगा. आशा एडवर्स एफैक्ट के मामलों की जानकारी रैपिड रिस्पांस टीम को देंगी. प्रशिक्षण के दौरान बताया गया कि दवा सेवन राउंड की रिपोर्टिंग स्वीकृति एप पर होगी. डेली कवरेज की रिपोर्टिंग करने से दवा सेवन संबंधी कार्यक्रम के डाटा की गुणवत्ता में भी सुधार होगा.
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