बिहार में सारण जिले के भेल्दी थाना क्षेत्र के वेदवलिया गांव में रविवार को दो बीवियों और शौहर के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि पत्नियों ने ही चाकू से गोदकर पति की जान ले ली। बताया गया कि दूसरी शादी रचाने को लेकर ही घर में पारिवारिक विवाद हुआ था।
शौहर की हत्या कर भागीं दोनों बीवियों को पुलिस ने गड़खा बाजार से सोमवार की सुबह में गिरफ्तार कर लिया है।
इस आधार पर पुलिस ने दोनों को कोर्ट में पेश कर सोमवार को जेल भेज दिया। पहली बीवी के आठ वर्ष व तीन वर्ष के दोनों पुत्र गड़खा थाने के चिंतामनगंज स्थित अपनी ननिहाल चले गए हैं।
गिरफ्तार होने के बाद दोनों महिलाओं ने निर्भीक होकर पुलिस के सामने शौहर की हत्या की बात स्वीकार कर ली। मृतक के सौतेले भाई ने बताया कि दोनों ज्यादातर मायके में ही रहती थीं। रविवार को ही दोनों ससुराल आईं थीं।
घर में शौहर आलमगीर व उसकी मां थी। घर आते ही शौहर व उसकी मां से नोकझोंक करने लगीं। देखते-देखते बात बढ़ गई, दोनों मिल गईं और शौहर को कुदाल से काटने व चाकू घोंपने की धमकी देने लगीं।
मामला शांत होने के बाद निश्चिंत होकर बैठे शौहर आलमगीर को उसकी दूसरी बीवी अमीना ने पीछे से पकड़ा और पहली बीवी सलमा ने शौहर के पेट में ताबड़तोड़ चार बार चाकू घोंप दिया।
स्वजन कुछ समझ पाते, तब तक आलमगीर घर में गिरकर तड़पने लगा, चारों ओर खून फैल गया। दोनों बीवियां चाकू लेकर घर के बाहर निकलीं और यह कहते हुए घूमने लगीं कि आज उसकी लीला ही समाप्त कर दी।
पड़ोसी सलमा को हाथों में खून से सना चाकू लिए देख समझ गए कि कोई बड़ी अनहोनी हो गई है। आलमगीर और सलमा का निकाह 13 वर्ष पहले हुआ था। उससे उसके दो पुत्र थे।
दोनों के बीच आए दिन नोकझोंक होने लगी तो सलमा दोनों बच्चों के साथ ज्यादातर मायके रहने लगी। इस बीच शौहर ने एक वर्ष पूर्व अमीना से निकाह कर लिया।
इसके बाद अधिकार को लेकर घरेलू कलह और बढ़ गया, दोनों बीवियां आपस में मिल गईं और शौहर की हत्या कर कलह का खौफनाक अंत कर दिया।
इससे पहले आलमगीर अंसारी को इलाज के लिए सीएचसी में भर्ती कराया गया था। हालत नाजुक देख डॉक्टरों ने उसे पटना रेफर किया था, लेकिन उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराने के बाद मामले की जांच में जुट गई है।
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