- जांच में मिल रहे हैं फाइलेरिया संक्रमित लोग
- फरवरी में होगा सर्वजन दवा सेवन अभियान
मोतिहारी : फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जिले में आधी रात में फाइलेरिया के परजीवी की खोज के लिए स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा लोगों के रक्त जमा किए जा रहे हैं. लैब टेक्निशियन इसकी जाँच कर फाइलेरिया के संक्रमण का पता लगायेंगे. जाँच के दौरान कुछ स्थानों पर पॉजिटिव लोग भी मिल रहे हैं. नाईट ब्लड सर्वे के बाद स्वास्थ्य विभाग के द्वारा सभी जिलों में 10 फ़रवरी से सर्वजन दवा का सेवन कराया जाएगा। जिले के वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ शरत चंद्र शर्मा ने बताया कि जिले के सभी 27 प्रखंडों में लोगों को फाइलेरिया से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा सर्वे कर रात में सैंपल लिया जा रहा है। जांच में पाजिटिव पाए जाने पर मरीजों को स्वास्थ्य विभाग की तरफ से निःशुल्क दवा खिलाकर परजीवी को नियंत्रित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि टीम द्वारा रात में 8:30 बजे से अर्ध रात्रि 12 बजे तक लोगों का सैंपल ले रही हैं। रात के समय ही फाइलेरिया के परजीवी खून में अधिक सक्रिय होते हैं, इसलिए रात के समय में ही सैंपल लिया जाता है। जिले में 16 हजार 800 लोगों के रक्त की जाँच करने की योजना है। सिफार के प्रतिनिधि बिट्टू कुमार ने बताया कि बरियारपुर मोतिहारी के साईट पर 300 लोगों के रक्त के नमूने लिए जा चुके हैं।
हाथी पाँव से बचने के लिए सर्वजन दवा का सेवन करना चाहिए:
डब्लूएचओ की ज़ोनल कोऑर्डिनेटर माधुरी देवराजू ने बताया कि फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत दो वर्ष से ज्यादा उम्र वाले प्रत्येक व्यक्ति को फाइलेरिया से सुरक्षित रहने के लिए डीइसी एवं एल्बेंडाजोल की दवा का सेवन आशा कार्यकर्ताओं के द्वारा कराया जाता है. इस दौरान सभी स्वस्थ लोगों को हाथी पाँव से बचने के लिए दवा का सेवन करना चाहिए।
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