राजेश मिश्रा की रिर्पोट
- मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति ने हरी झंडी दिखाकर स्वयंसेवकों को परेड एवं दौड़ आदि के लिए किया रवाना
- पांच सदस्य विशेषज्ञों की टीम ने 10 स्वयंसेवक एवं 10 स्वयंसेविकाओं का बेहतरीन प्रदर्शन के आधार पर किया चयन
- पूर्व गणतंत्र दिवस परेड शिविर-2024 हेतु विश्वविद्यालय स्तरीय चयन प्रतियोगिता पीजी संस्कृत विभाग में आयोजित
छात्र एनएसएस के व्यापक उद्देश्यों को समाज के अन्य युवाओं को भी बताएं, ताकि वे भी समाज के प्रति अपने कर्तव्यों का बखूबी निर्वहन कर सकें। एनएसएस के मूल मंत्र समाज- कल्याण की भावना को हमेशा याद रखते हुए स्वयंसेवक समाज के प्रति अपनी जवाबदेही का बखूबी पालन करें और अपने लक्ष्यों को भी प्राप्त करें। उक्त बातें ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के कुलपति प्रोफेसर संजय कुमार चौधरी ने एनएसएस कोषांग की ओर से पूर्व गणतंत्र दिवस परेड शिविर- 2024 के लिए स्नातकोत्तर संस्कृत विभाग में आयोजित विश्वविद्यालय स्तरीय चयन प्रतियोगिता हेतु स्वयंसेवकों को परेड, दौड़ आदि के लिए हरी झंडी दिखाकर विदा करते हुए कही। कुलपति ने प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए आए हुए स्वयंसेवकों को बधाई एवं शुभकामना देते हुए कहा कि हमारे एनएसएस कोऑर्डिनेटर एवं प्रोग्राम अफसर्स अपने अच्छे-अच्छे कार्यक्रमों के माध्यम से स्वयंसेवकों को अच्छी शिक्षा देंगे, जिन्हें स्वयंसेवक अपने जीवन में उतारें तथा समाज को समुन्नत बनाएं। वहीं एनएसएस की ओर से पीजी संस्कृत विभागाध्यक्ष डा घनश्याम महतो ने कुलपति को पाग, चादर एवं पुष्प- माला से स्वागत किया।
इस अवसर पर ललित कला संकायाध्यक्ष प्रो पुष्पम नारायण, कुलानुशासक प्रो अजय नाथ झा, संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ घनश्याम महतो, एनएसएस समन्वयक डॉ आर एन चौरसिया, आइक्यूएसी कोऑर्डिनेटर डॉ मो ज्या हैदर, भू संपदा पदाधिकारी डॉ कामेश्वर पासवान, उप परीक्षा नियंत्रक डॉ सुरेश पासवान, विभिन्न कॉलेजों से आए कार्यक्रम पदाधिकारी एवं डेढ़ सौ से अधिक स्वयंसेवक उपस्थित थे।
इस अवसर पर स्नातकोत्तर संस्कृत विभाग के सभागार में डॉ घनश्याम महतो की अध्यक्षता में उद्घाटन कार्यक्रम हुआ, जिसमें विश्वविद्यालय के पूर्व चिकित्सा पदाधिकारी डॉ जीतेन्द्र ठाकुर, पूर्व एनसीसी पदाधिकारी डॉ अनिल कुमार चौधरी एवं डॉ रश्मि शिखा, एनएसएस पदाधिकारियों में डॉ सुबोध चंद्र यादव, डॉ लक्ष्मण यादव, डा संतोष कुमार, डा बबीता कुमारी, डॉ रश्मि कुमारी, डॉ शगुफ्ता खानम, डॉ सोनी कुमारी, डॉ सुनीता कुमारी, डॉ गंगासागर दीनबंधु, डॉ मो मंजर हुसैन, डॉ मनोज कुमार सिंह, डॉ ममता स्नेही, डॉ मोना शर्मा, कुमार नरेंद्र नीरज, डॉ दिलीप कुमार झा, डॉ वृन्दावन लाल जाटव आदि
उपस्थित थे।
कार्यक्रम समन्वयक द्वितीय डॉ आनंद प्रकाश गुप्ता के संचालन में आयोजित कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम समन्वयक प्रथम डॉ आर एन चौरसिया ने स्वयंसेवकों को अग्रिम बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए गणतंत्र दिवस परेड तथा विश्वविद्यालय स्तरीय चयन प्रतियोगिता की प्रक्रिया एवं महत्व को रेखांकित किया और कहा कि एनएसएस के प्रत्येक स्वयंसेवक का सपना होता है कि वह गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेने कर्तव्यपथ, नई दिल्ली एक बार जरूर जाएं। इसके लिए उन्हें बड़ी लंबी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है तथा कठिन मेहनत भी करना पड़ता है।
कार्यक्रम समन्वयक ने बताया कि विशेषज्ञ टीम में प्रो पुष्पम नारायण, डॉ रश्मि शिखा, डॉ अनिल कुमार चौधरी, डॉ आनंद प्रकाश गुप्ता तथा डॉ आर एन चौरसिया के नाम शामिल हैं। उन्होंने स्वयंसेवक, स्वयंसेविकाओं, चयन कर्ता टीम के सदस्यों, पीजी संस्कृत विभाग के सभी शिक्षकों एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों तथा सभी कार्यक्रम पदाधिकारियों के प्रति हार्दिक धन्यवाद ज्ञापन करते हुए बताया कि स्वयंसेवकों का चयन बेहतरीन परेड, अच्छी दौड़, निर्धारित ऊंचाई, सांस्कृतिक प्रस्तुति तथा साक्षात्कार के आधार पर की गई है, जिनकी सूची आज ही एनएसएस के क्षेत्रीय निदेशालय, पटना को प्रेषित की जा रही है।
चयन प्रतियोगिता में विशेषज्ञ टीम को पूर्व स्वयंसेवक मुकेश कुमार झा, कार्यालय सहायक अमित कुमार झा तथा उज्ज्वल कुमार आदि ने काफी सहयोग किया।
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