खबर बिहार के गोपालगंज जिले की है जहां जिले के माधोपुर थाना क्षेत्र के पिपरा गांव में शनिवार को पुलिस टीम और स्थानीय महिला के बीच नोकझोंक हुई। इस दौरान ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया। इस कारण एक महिला समेत एक महिला सिपाही जख्मी हो गई, जिसका इलाज बरौली पीएचसी मे कराया गया।
वही पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए लाठियां भी चटकाई। साथ ही तीन महिलाओं को अपने हिरासत में ले लिया है। साथ ही बताया है कि पुलिस टीम पर आरोपियों ने मिर्च पाउडर से हमला किया। स्थिति नियंत्रण में है। जबकि, घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल व्याप्त है।
दरअसल, इस संदर्भ में बताया जाता है कि माधोपुर थाना क्षेत्र के पिपरा गांव में दो पक्षों के बीच जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। इस बीच एक पक्ष ने जमीन की मापी के लिए अंचल कार्यालय में आवेदन दिया था। जबकि, दूसरा पक्ष कोर्ट में मामला लंबित होने के कारण मापी का विरोध कर रहा था।
न्यायालय से फैसला आने के बाद ही मापी कराने की बात कही गई। इसके पहले 13 जुलाई को मापी कराया जाना था। लेकिन, एक पक्ष के विरोध और पर्याप्त पुलिस बल की कमी के कारण जमीन मापी नहीं हो सकी। अगली मापी के लिए 27 जुलाई का समय निश्चित किया गया था।
एसडीओ के आदेश पर सीओ प्रशांत कुमार की देखरेख और दो थानों की पुलिस बल के साथ अंचल अमीन पहुंचे। साथ ही जमीन की मापी की जाने लगी। इस बीच दूसरे पक्ष ने मापी का विरोध किया। इसके बाद झड़प हो गयी।
झड़प में पिपरा गांव निवासी रतनझरी देवी और महिला सिपाही आरती कुमारी जख्मी हो गई। जख्मी सिपाही क्यूआरटी टीम में तैनात है। इस संदर्भ में सदर एसडीओ डॉ प्रदीप कुमार ने बताया कि प्रशासन के स्तर पर कानून के हिसाब से ही कार्रवाई होगी। गलत करने वाले कोई भी हो उनको बख्शा नहीं जायेगा।
इधर, इस मामले में एक पक्ष के श्रीकांत का कहना है कि दूसरे पक्ष के लोगों की पहुंच ऊपर तक है। इसके बल पर हमारी जमीन पर कब्जा कर लिया गया है। सीओ का मापी का आदेश देना न्याय के खिलाफ है। पुलिस पर कोई हमला नहीं किया गया, बल्कि पुलिस ने ही हम सबको दौड़ा-दौड़ा कर पीटा है। इसी क्रम में महिला सिपाही को चोट लगी है। भला हम चार-पांच आदमी पुलिस से कैसे उलझ सकते है।
74