डा0 रामविचार रामरती सरस्वती बालिका विद्या मंदिर, रामपुर उदय भान बलिया

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बलिया : विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के गोरक्षप्रान्त की ओर से संस्कृति, ज्ञान-विज्ञान के क्षेत्र में प्राचीन एवं अर्वाचीन उपलब्धियों से छात्रों को अवगत कराते हुए उनमें क्रिया आधारित अध्ययन एवं वैज्ञानिक नवाचार के उद्देश्य की पूर्ति के लिए डॉ. रामविचार रामरती सरस्वती विद्या मंदिर रामपुर उदयभान,बलिया में तीन दिवसीय विज्ञान प्रदर्शनी एवं संस्कृति ज्ञान, विज्ञान व वैदिक गणित के प्रश्नमंचीय कार्यक्रम का उद्घाटन बुधवार को सायं 6 बजे मुख्य अतिथि जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. संजीत कुमार गुप्ता द्वारा किया गया।
 कार्यक्रम का अनुमोदन मुख्य अतिथि प्रो. संजीत कुमार गुप्ता, विशिष्ठ अतिथि जिला विद्यालय निरीक्षक रमेश सिंह व कार्यक्रम के अध्यक्ष सरस्वती शिक्षा समिति के अध्यक्ष रामकुमार तिवारी द्वारा माँ सरस्वती के समग्र दीप प्रज्वलन एवं छात्रों द्वारा सरस्वती वंदना से हुआ। तत्पश्चात अतिथियों को अंगवस्त्र और स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग संघचालक रामप्रताप जी, शिशु शिक्षा समिति गोरक्षप्रान्त के मंत्री रामनाथ गुप्ता, विद्या भारती गोरक्षप्रान्त के प्रदेश निरीक्षक श्रीराम सिंह की मुख्य रूप से उपस्थिति रही।
ज्ञान विज्ञान मेले में गोरक्षप्रान्त के दस संकुल से आये 1030 विद्यार्थी प्रतिभाग कर रहे हैं। समापन शुक्रवार को होगा।
अपने उदबोधन में मुख्य अतिथि कुलपति प्रो.संजीत कुमार गुप्ता ने कहा कि भारतीय संस्कृति पर आधारित शिक्षण के माध्यम से बालकों के सर्वांगीण विकास के लिए विद्या भारती काम कर रही है, ताकि वह मानसिक व शारीरिक रूप से प्रबल बन सके और देश के विकास के लिए किसी भी क्षेत्र में अपना योगदान दे सके। उन्होंने आगे कहा कि विद्या भारती वर्ष 1952 से ही संस्कार युक्त शिक्षा देने का काम कर रही है। शिक्षा में संस्कार का होना अति महत्त्वपूर्ण होता है, क्योंकि संस्कार युक्त बालक ही भगवान राम की तरह आदर्शवादी मर्यादा पुरुषोत्तम बनता है या फिर डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की तरह महान वैज्ञानिक।
विशिष्ठ अतिथि जिला विद्यालय निरीक्षक रमेश सिंह ने नई शिक्षा नीति के बारे में बताया कि वर्तमान शिक्षा नीति में भारतीय संस्कृति पर आधारित शिक्षा की संकल्पना की गयी है, जिसमें संस्कार युक्त, देशभक्ति और मानवता के कल्याण पर आधारित शिक्षा पर बल दिया गया है।
शिशु शिक्षा समिति गोरक्षप्रान्त के मंत्री रामनाथ गुप्ता ने विज्ञान के क्षेत्र में भारत के योगदान की विस्तृत चर्चा की और बताया कि विज्ञान एक ऐसा क्षेत्र है, जो लोगों को आत्मनिर्भर बनाता है। वर्तमान में भारत विज्ञान के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि विश्व में जो भी घटनाएं घटित हो रही हैं, उसे हम विज्ञान के माध्यम से समझ सकते हैं।
उद्घाटन कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे रामकुमार तिवारी ने ज्ञान विज्ञान मेले के प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करने वाले भैया बहनों को आशीर्वचन देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं।
आभार ज्ञापन डॉ. रामविचार रामरती सरस्वती विद्या मंदिर के प्रबंधक बलिया के प्रतिष्ठित सी.ए. सरदार बलजीत सिंह ने किया।
कार्यक्रम का संचालन बहन शुभ्रा सिंह व अतिथियों का परिचय बालिका विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती उमा सिंह द्वारा कराया गया।
ज्ञात हो कि इसी क्रम में विद्यालय की लाइब्रेरी, खेलकुद कक्ष व विज्ञान प्रयोगशाला के कक्षों का उद्घाटन मुख्य अतिथि व अन्य अतिथियों द्वारा फीता काटकर किया गया।
इस अवसर पर विद्या भारती सरस्वती शिशु शिक्षा समिति द्वारा संचालित विद्यालयों के सभी प्रबंधक, प्रधानाचार्य के साथ संघ, विद्यालय की प्रबन्ध समिति के साथ संघ व वैचारिक परिवार के बन्धु उपस्थित थे।
उपरोक्त जानकारी विद्यालय के सह प्रबंधक मारुति नन्दन तिवारी द्वारा दी गयी।
भवदीय
मारुति नन्दन
सह प्रबंधक
डा0 रामविचार रामरती सरस्वती बालिका विद्या मंदिर, रामपुर उदय भान बलिया
मो.न. 9415252121
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