गया अतिथि गृह में पूर्व मंत्री सह गया नगर विधायक डॉ प्रेम कुमार के अध्यक्षता में नवार्ड के साथ पूर्वी, उत्तर पूर्वी और मध्य क्षेत्रों के ग्रामीण क्षेत्रों में ऋण प्रवाह और ऋण अवशोषण क्षमता विषय पर विशेष चर्चा हुई है। बिहार के बड़ी आबादी बैकों के असहयोग रवैयो के कारण लक्ष्य प्राप्त करने में पीछे है। जिसका उदाहरण गया और सीतामढ़ी है। नवार्ड के इस बैठक में पीछड़ने के कारण की भी समिक्षा की गई है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा चलाए जा रहे महिलाओं, बेरोजगारों, युवाओं, कमजोर वर्गों, किसानों, अंतिम पैदान के लोगों एवं रेड़ी- पटरी व छोटे उद्यमियों अगरबत्ती बनाने वाले पापड़ बनाने वाले अचार बनाने वाले सिलाई कारीगरी करने वाले महिलाओं को लिए बनाए गये योजना में कम रूची दिखा रहे है इस असहयोग रवैया पर बैठक में चर्चा किया गया है।
वही बिहार के दो जिला गया व सीतामढ़ी का चयन नवार्ड द्वारा किया गया है जिसमें गयाजी का तिलकुट एवं पथरकट्टी का पत्थर से मूर्ति बनाने की कला को जी० आई० टैग प्रदान करने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। जिसकी समीक्षा की गई।
नगर विधायक डॉ० कुमार ने कहा कि ऋण को सरल और सहज बनाने के लिए मुख्य अग्रणी पंजाब नेशनल बैंक,भारतीय स्टेट बैंक,बैंक ऑफ इंडिया, एल० डी० एम०,आर ०एस० टी० आई०, जिला कृषि विभाग एवं जिला उद्योग केंद्र के बीच सामंजस स्थापित कर अपने निर्धारित लक्ष्यों की प्राप्ति करें ।जिसे कृषि और एम० एस० एम० ई० उद्योग की गति तीब्र गति से होगी। के० सी० सी० को सरल बनाया जाए और इसे किसान,महिला,युवा,कमजोर वर्ग के पैक्स अकाउंट से जोड़कर राशि के निष्पादन को अधिकतम किया जा सकें । इस बैठक में नाबार्ड के पंकज दास,उदय कुमार, आर०एस०ई०टी०आई० पंजाब नेशनल बैंक से सुनील कुमार, एन०ए०बी०सी०ओ०एन०एस० से अविनाश कुमार, एम० एस० एम०,भारत सरकार के पशु कल्याण प्रतिनिधि विकास कुमार, ई० रिसर्च स्कॉलर अमित कार्तिके,मगध अधौगिक संघ के अध्यक्ष अनूप केडिया,चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष डॉ कौशलेंद्र प्रताप,अधिवक्ता के० के० शर्मा, धीरज रौनीयार,ऋषि लोहनी सहित अन्य मौजूद रहे।
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