पटना एम्स के PG के पहले सत्र के स्टूडेंट डॉ. निलेश कुमार की लाश मिली है। 10 नंबर PG हॉस्टल के कमरे में बेड पर उनकी लाश पड़ी थी। शुक्रवार रात तो उनकी ड्यूटी लगी थी। लेकिन, ड्यूटी पर नहीं आए। सहसोगियों ने फोन किया तो कॉल भी रिसीव नहीं किया। काफी देर तक कोई रिस्पांस नहीं मिला तो सहयोगियों को शक हुआ। इसके बाद उसके हॉस्टल गए। डॉ. निलेश का कमरा अंदर से बंद था। सहयोगियों ने खिड़की से झांक कर देखा तो दंग रह गए। बेड पर डॉक्टर की लाश पड़ी थी।
घटना के बाद हॉस्टल में हड़कंप मच गया। अन्य स्टूडेंट भी वहां पहुंचे। इसके बाद गार्ड की मदद से गेट खुलावाया। इधर, सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और छानबीन में जुट गई। पुलिस ने स्टूडेंट की मौजूदगी में डॉ. निलेश की लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस के अनुसार, प्रथम दृष्टया मामला सुसाइड का लगता है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा। कुछ लोगों से जानकारी ली जा रही है। डॉ. नीलेश हरियाणा निवासी थे। उनके माता पिता को सूचना दे दी गई है। मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है।
हादसे के बाद डॉ. नीलेश के सहयोगियों ने बताया कि उन्होंने 2016-20 में MBBS किया था। 2022 में उन्होंने पटना एम्स में एडमिशन लिया था। यहां एनस्थिसिया विभाग के वह स्टूडेंट थे। आशंका है कि उन्होंने खुदकुशी कर ली। हालांकि, ऐसा क्यों किया यह समझ में नहीं आ रहा। वहीं एम्स के निदेशक डॉ. जीके पाल ने बताया कि निलेश के बेड के नीचे से सिरिंज और निडिल मिला है। इसकी पड़ताल करवाई जा रही है। परिजनों को सूचना दे दी गई है।
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