पटना,राजधानी पटना के मध्य विद्यालय सिपारा की बच्चियों के बीच मेंहदी कंपटीशन का आयोजन किया गया।
राजकीय सम्मान प्राप्त शिक्षिका डा.नम्रता आनंद के मार्गदशन में मध्य विद्यालय सिपारा की बच्चियों के बीच मेंहदी कंपटीशन का आयोजन किया गया।
विद्यालय में आयोजित प्रतियोगिता में छात्राओं ने उत्साह पूर्वक प्रतिभाग करते हुए एक से बढ़कर एक सुंदर मेहंदी डिजाइन की। छात्राओं ने अपने हाथों को मेहंदी के खूबसूरत और आकर्षक डिजाइनों से सजाया।
इस अवसर पर डा. नम्रता आनंद ने बताया कि भारतीय संस्कृति त्योहारों में मेहंदी का अपना बड़ा ही महत्व है।मेहेंदी एक ऐसी कला है, जो दूसरों के हाथों में ज्यादा रंग बिखेरती है। खुद पिसकर के औरों को रंगीन और सुंदर करना मेहंदी सिखाती है। मेहंदी नारी श्रृंगार का एक अभिन्न अंग है जिसके बिना हर रीति-रिवाज अधुरा माना जाता है। उन्होंने कहा कि ऐसी प्रतियोगिताएं बच्चों में उत्साह व उल्लास का संचार करती है। इस तरह की प्रतियोगिता करने का उद्देश्य अपने कार्य में कुशलता लाने के लिये प्रतिभागियों को प्रोत्साहित करना है। प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने से प्रतिभागियों में रचनात्मकता का विकास होता है और प्रतिभागी अपने कार्य को आकर्षक दिखाने के लिए नये नये प्रयोग करते हैं, जिससे उनकी क्षमता का विकास होता है।
विद्यालय के शिक्षकों ने मेंहदी प्रतियोगिता के मेधावी छात्रों को पुरस्कृत कर सम्मानित किया। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक कृष्ण नंदन प्रसाद
और विद्यालय के सभी शिक्षक मौजद थे।