बलिया। अन्तर्राष्ट्रीय आदिवासी दिवस पर बलिया जिले के आदिवासी जनजाति गोंड, खरवार समुदाय के लोग गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के तत्वावधान में संविधान संशोधन अधिनियम-2002 का अनुपालन करो। गोंड, खरवार को अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र सुगमतापूर्वक जारी करो। आदिवासी जनजाति समुदाय का उत्पीड़न-अत्याचार पर रोक लगाओं। आदिवासियों के संवैधानिक, प्राकृतिक अधिकारों की रक्षा करो। दुनिका के आदिवासी एक हो के नारे के साथ जुलुस की शक्ल में बलिया कलेक्ट्रेट पर पहुॅचकर जोरदार प्रदर्शन किये तथा जिलाधिकारी महोदय को सम्बोधित ज्ञापन सौंपे। इस अवसर पर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के जिलाध्यक्ष सुमेर गोंड तथा जिला सचिव परशुराम खरवार ने सम्बोधित करते हुए संयुक्त रूप से कहा कि महामहिम राष्ट्रपतीय राजपत्र संविधान (अनुसूचित जनजाति) आदेश संशोधन अधिनियम-2002 द्वारा बलिया जिले मंे निवास करने वाले गोंड, खरवार जाति को अनुसूचित जनजाति के रूप में मान्यता दी गयी है जिसके क्रम में इनका जाति प्रमाण पत्र सुगमता पूर्वक जारी होता रहा है लेकिन प्रदेश में जब से भाजपा की सरकार बनी है तब से इनका उत्पीड़न चरम पर है। जाति प्रमाण पत्र के लिए आॅनलाईन आवेदन करने पर आवेदन निरस्त कर दिया जा रहा है। अनवाश्वक रूप से परेशान व उत्पीड़न किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश शासन व जिला प्रशासन द्वारा भी इस सम्बन्ध में अनेकों बार आदेश/निर्देश तहसीलदार व लेखपालगण को भेजा गया है इसके बावजूद भी तहसीलदार व लेखपालगण भारत के राजपत्र व शासनादेश की घोर अवमानना, अवहेलना करते हुए गोंड, खरवार को अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र जारी करने में अनावश्यक रूप से हीला-हवाली करते है। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष ललन प्रसाद गोंड ने कहा कि भारत के राजपत्र की अवहेलना करने, संविधान/शासनादेश की अवहेलना करने वाले राजस्व कर्मियों पर कठोर कार्यवाही की जानी चाहिए ताकि आदिवासी जनजाति समुदाय के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा हो सके। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के प्रदेश महासचिव गोपाल जी खरवार ने कहा कि अच्छे दिनों के नारे, वादे के साथ केन्द्र व प्रदेश में आई भाजपा सरकार के अच्छे दिन मणिपुर, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश के आदिवासी जनजाति के चरम उत्पीड़न के रूप में दिखाई दे रहा है। ऐसी स्थिति में प्रदेश व देश के आदिवासियों को संगठित होकर अपने स्तित्व की रक्षा करनी चाहिए। प्रदर्शन में प्रमुख रूप से जिलाध्यक्ष सुमेर गोंड, जिला सचिव परशुराम खरवार, तहसील अध्यक्ष संजय गोंड, ब्लाक अध्यक्ष ओमप्रकाश गोंड, प्रदेश महासचिव गोपाल जी खरवार, प्रदेश उपाध्यक्ष ललन प्रसाद गोंड, राकेश खरवार, शिवशंकर खरवार, जयप्रकाश खरवार, दादा अलगू गोंड, राजेश खरवार, सुजीत खरवार, रामेश्वर खरवार, राजीव खरवार, प्रिंस खरवार, अभिषेक खरवार, मनोज शाह, राकेश गोंड, सुरेश शाह, अरविन्द गोंडवाना, सूचित गोंड, सीता देवी, लक्ष्मीना देवी, पार्वती देवी, चन्दन गोंड, रमेश चैरसिया, श्रीशंकर चैरसिया, हरिशंकर गोंड, रामनरायन गोंड, दीपक गोंड, कन्हैया गोंड, सिकन्दर गोंड, मदन गोंड, प्रमोद गोंड रहे।