अशोक वर्मा
मोतिहारी : मोतिहारी कि गोपाल साह छात्रावास परिसर में अवस्थित बीसवीं शताब्दी के सर्वश्रेष्ठ अंग्रेजी लेखक जॉर्ज ऑरवेल के जन्म स्थली का भ्रमण एवं निरीक्षण जिला पदाधिकारी ने किया।
गौरतलब है कि 25 जून 1903 में तत्कालीन अंग्रेज अधिकारी को पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई जिसका नाम जॉर्ज ऑरवेल पड़ा और वे युवा अवस्था में जब आए तो बहुत बड़े लेखक निकले साथ-साथ पत्रकारिता में भी उन्होंने नाम कमाया। ट्रिब्यूनल ,बीबीसी, एशियन न्यूज़ के अलावा विश्व प्रसिद्ध अन्य अखबारो में भी काम किया। मूल रूप से वे राइटर निकल गए तथा कई पुस्तकों की रचना की जिसमें 1984 एवं एनिमल फॉर्म नामक पुस्तक विश्व प्रसिद्ध हुआ जिस कारण जॉर्ज ऑरवेल को विश्व का सर्वश्रेष्ठ शताब्दी लेखक का खिताब मिला। जिस मकान में उनके पिता परिवार के साथ रहते थे वह बाद में गोपाल साह उच्च विद्यालय का शिक्षक आवास बना। जन्म के बाद जॉर्ज ऑरवेल मात्र क्षमा उस मकान में रहे उसके बाद उनके पिता का तबादला मुंगेर हुआ जहां से बाद में वे सपरिवार इंग्लैंड चले गए । 1 जनवरी 1950 में उनकी अल्प आयु में मृत्यु हुई। विश्व प्रसिद्ध राइटर
जॉर्ज ऑरवेल के जन्म स्थल के विकास के लिए कई संस्थाओं द्वारा पहल किया गया जिसका परिणाम सरकार ने इसे अपने अधीन लिया एवं विकास के लिए फंड फंड भी जारी कर दी लेकिन लेकर कुछ संगठनों ने उक्त जन्म स्थल को भारतीय साहित्यकारों के स्मृति स्थल बनाने का जिला पदाधिकारी एवं सरकार पर दबाव बनाया । जिला पदाधिकारी ने भ्रमण एवं अवलोकन के बाद नगर आयुक्त को निर्देश देते हुए कहा कि परिसर की साफ-सफाई सुनिश्चित की जाए। जिला पदाधिकारी ने कहा कि
इसके विकास के लिए एन बी पी डी सी एल द्वारा राशि मिली हैं उससे इसका विकास कराया जाएगा।
21