- जच्चा-बच्चा के स्वास्थ्य के लिए नियमित अंतराल पर जाँच जरूरी : सीएस डॉ विजय कुमार
- हर महीने 9 व 21 तारीख को सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों पर होता है विशेष कैंप का आयोजन
बेतिया : जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर सोमवार को गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच (एएनसी) की गई। सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार ने बताया कि गर्भवती महिलाओं का वजन, ब्लड प्रेशर, हीमोग्लोबिन, शुगर, एचआईवी एवं अन्य रोगों से बचाव को लेकर जांच की गई। उन्हें पौष्टिक आहार लेने, भोजन में हरी सब्जियां, ताजे फल एवं नियमित तौर पर आयरन की गोली खाने के लिए चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा बताया गया। उन्होंने बताया कि जच्चा व बच्चा को स्वस्थ रखने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान कार्यक्रम का संचालन किया जाता है। इसके तहत हर महीने के 9 व 21 तारीख को सभी सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों पर विशेष कैंप का आयोजन किया जाता है, जिसका लाभ लोगों क़ो लेना चाहिए। इससे गर्भवती महिलाओं क़ो आवश्यक जांच, चिकित्सीय सलाह के साथ प्रसव से संबंधित जोखिमों की जानकारियां दी जाती हैं एवं इसका निराकरण होता है।
जच्चा व बच्चा के स्वास्थ्य के लिए नियमित अंतराल पर जाँच जरूरी
भितहाँ पीएचसी के डॉ विश्वजीत कुमार ने बताया कि सोमवार को स्वास्थ्य केंद्र पर 30 से अधिक गर्भवती महिलाओं व धात्री महिलाओं की जाँच की गई। उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं को ध्यान रखना चाहिए कि समय से संतुलित आहार एवं अपने भोज्य पदार्थ में विटामिन्स को आवश्यक रूप से शामिल करें। तेल, घी या अन्य मसालेदार खाने से परहेज़ करें। अगर किसी कारणवश बुखार हो जाए तो घबराएं नहीं, प्रतिदिन हल्का व्यायाम जरूर करें ताकि वे तनाव से दूर रह सकें। कोई समस्या हो तो सरकारी स्वास्थ्य केंद्र आकर स्वास्थ्य जाँच कराएं।
बेतिया मेडिकल कॉलेज की महिला चिकित्सक डॉ रश्मि ने बताया कि स्वास्थ्य केंद्र में महिलाओं की एएनसी जांच सुरक्षित मातृत्व और स्वस्थ बच्चे के जन्म के लिए महत्वपूर्ण है। एएनसी जांच से माताओं को गर्भावस्था के दौरान होने वाले जोखिमों और जटिलताओं की पहचान करने और उनका समय पर इलाज करने में मदद मिलती है। एएनसी जांच से शिशु मृत्यु दर और मातृ मृत्यु दर को कम करने में भी मदद मिलती है।
