अशोक वर्मा
मोतिहारी : एकटू महासंघ गोप गुट से संबद्ध आशा कार्यकर्ता संघ अपनी 9सूत्री मांगों की पूर्ति के लिए 6वां दिन हड़ताल पर रहे। आशा कार्यकर्ताओं ने मोतिहारी सदर अस्पताल में जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया और टीकाकरण एवम ओपीडी सेवाओं को बंद रखा। प्रदर्शन का नेतृत्व संघ की अध्यक्ष सविता देवी,गूंजा पांडे आदि नेताओं ने किया।
इस मौके पर आशा संघ के हड़ताल का समर्थन करते हुए ऐक्टू के जिला सचिव विष्णुदेव प्रसाद यादव,महासंघ गोप गुट के कोषाध्यक्ष संजय कुमार और मजिस्टर मांझी ने कहा कि आशा कार्यकर्ताओं की हड़ताल बिल्कुल जायज है।राज्य और केंद्र सरकार को इनकी मांगों पर सहानुभूति पूर्वक वार्ता करके हड़ताल समाप्त कराना चाहिए। ग्रामीण स्वास्थ्य व्यवस्था ठप हो गई है ।इनके बलबूते पर ही स्वास्थ्य व्यवस्था चलती है। इसलिए सरकार को अविलंब उनकी मांगों पर ध्यान देकर पूरा करना चाहिए।
आज कमरतोड़ महंगाई के जमाने में 1000रुपए मासिक परितोषिक में एक गैस सिलेंडर भी नही हो सकता है आखिर वह कौन सी सोच है की सरकार मात्र एक हजार रुपए महीना में देती है।भूखे पेट काम तो हो नहीं सकता है।इसलिए सरकार को इन्हे जल्द स्वास्थ्य राज्य कर्मचारी का दर्जा देते हुए न्यूनतम वेतनमान 21000रुपए प्रति माह देना चाहिए।ताकि लाखों महिलाएं सम्मान पूर्ण जीवन जी सकें।
संघ की अध्यक्ष सविता देवी और गूंजा पांडे ने दावा किया की पूरे जिले में हड़ताल शत प्रतिशत सफल है।सभी पीएचसी में कार्य ठप है।सरकार को अपनी हठधर्मिता छोड़कर वार्ता करना चाहिए।हम थकने वाले नही हैं जब तक हमारी चिर लंबित मांगों की पूर्ति नहीं होती है तब तक हड़ताल जारी रहेगी।
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